मऊ: मधुबन विधानसभा सीट पर हलचल हुई तेज, सपा के निशान पर खड़े हुए 2 उम्मीदवार

मधुबन विधानसभा सीट पर सपा के निशान पर खड़े हुए 2 उम्मीदवार

लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों के बीच हलचल जारी है. ऐसे में यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर मऊ जिले की मधुबन विधानसभा सीट से अब तक 2 उम्मीदवारों ने सपा के निशान से पर्चा दाखिल करके हलचल पैदा कर दी है. जनता को समझ में नहीं आ रहा है कि सपा किसकी तरफ है. इससे जनता का मोह भी भंग होता जा रहा है और इलाके में सपा की लोकप्रियता में कमी आ रही है.

सपा की लोकप्रियता में आ रही कमी

जानकारी के मुताबिक समाजवादी पार्टी ने कुछ दिनों पहले अपने धरतीपकड़ नेता सुधाकर सिंह को मधुबन विधानसभा सीट से अपना निशान देखकर पर्चा दाखिल करने के लिए पीठ ठोक दिया था. इसके बाद इस जुझारू नेता ने पहले दिन ही अपना नामांकन दाखिल कर चुनाव प्रचार में लग गए. तभी उन्हें सूचना मिली कि उनकी जगह पर इस सीट से किसी दूसरे प्रत्याशी को पार्टी टिकट देना का मन बना रही है.

यह खबर मिलते ही सुधाकर सिंह लखनऊ पहुंचे और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यालय जाकर अपने साथ हो रहे अन्याय की गुहार लगाई. अखिलेश यादव तब झांसी गए हुए थे. ऐसे में उनके वापस लौटने की आस में 14 फरवरी तक वहीं रुके रहे. हालांकि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के वापस लौटने पर उन्हें अबतक कोई तवज्जो नहीं दी और ना ही उनकी बात सुनी गई.

सपा के दुसरे नेता ने मधुबन विधानसभा से दाखिल किया पर्चा

वहीं समाजवादी पार्टी के दूसरे नेता उमेश चंद्र पांडे समाजवादी पार्टी का सिंबल लेकर जिला मुख्यालय पर पहुंचे और मधुबन सीट पर्चा दाखिल कर दिया. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि वह सपा के सच्चे सिपाही हैं और वही अपने मधुबन विधानसभा का विकास करने में सक्षम हैं. उन्होंने कहा कि वह एक ब्राह्मण नेता हैं और ब्राह्मणों में उनका वर्चस्व है, लिहाजा उनकी जीत सुनिश्चित है.

गौरतलब है कि उमेश चंद्र पांडे मधुबन विधानसभा की जिस विकास की बात कर रहे हैं उस विकास के लिए उन्हें यहां की जनता ने साल 2007 से लेकर साल 2017 तक दो बार लगातार विधानसभा का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुन कर भेजा था. इसके बावजूद आज उन्हें फिर 5 साल बाद विकास का वादा करना पड़ रहा है.

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