विदेशी शहरों की तर्ज पर तैयार हुआ राया सिटी का नक्शा

नोएडा. एक शहर बसे न्यारा की तर्ज पर यमुना अथॉरिटी यमुना एक्सप्रेस-वे (Yamuna Expressway) के किनारे और मथुरा के पास नई राया सिटी बसाने जा रही है. दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) से लगा यह नया शहर बिजली, सड़क, पानी, साफ-सफाई और कारोबार के लिहाज से देश के दूसरे शहरों से एकदम जुदा होगा. यहां आश्रम, होटल-रिजॉर्ट और रिवर फ्रंट के साथ एडवेंचर का मजा भी मिलेगा. नए शहर क नक्शा मतलब डीपीआर भी तैयार हो गई है. मलेशिया (Malaysia) और वियतनाम के शहरों का दौरा करने के बाद डीपीआर तैयार की गई है. मंगलवार को डीपीआर (DPR) तैयार करने वाली कंपनी ने अथॉरिटी के दफ्तर में इसका प्रेजेंटेशन भी दिया.

गौरतलब रहे राया सिटी तीन फेज में तैयार करने की योजना है. 2030 तक इसके तैयार हो जाने की उम्मीद है. धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राया सिटी को मथुरा, गोवर्धन, वृंदावन और गोकुल से भी जोड़ा जा सकता है. नए शहर के पास से ही बरेली-भरतपुर हाइवे भी गुजरेगा. दिल्ली-वाराणसी के बीच शुरु होने वाली बुलैट ट्रेन की लाइन भी इस शहर को छूते हुए गुजरेगी. राया रेलवे स्टेशन से राया सिटी की दूरी 5 किमी होगी.

नए शहर में सड़कों पर रेड लाइट नहीं होगी. कमर्शियल वाहनों के लिए अलग लेन होगी. बिजली के तार अंडरग्राउंड होंगे. पानी की निकासी के लिए खुले नाले-नाली नहीं होंगे. सीवेज के पानी को ट्रीट करने के बाद पौधों को सींचने में इस्तेमाल किया जाएगा. शहर के कूड़े को रीसाइकल कर उसे शहर में ही इस्तेमाल किया जाएगा.

जानिए क्या-क्या होगा नई राया सिटी में

ड्राफ्ट रिपोर्ट तैयार करने वाली अमेरिकी कंपनी सीबीआरई ने डीपीआर का प्रेजेंटेशन देते हुए बताया कि नए शहर में धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ ब्रज की संस्कृति को दिखाया जाए जिससे मथुरा-वृंदावन आने वाले लोग यहां पर आकर रुक सकें. ड्राफ्ट रिपोर्ट बनाते समय कंपनी ने वियतनाम और मलेशिया के शहरों का अध्ययन भी किया. इस नए शहर में हेरिटेज सिटी को 9350 हेक्टेयर में बसाया जाएगा तो पहले चरण में 731 हेक्टेयर में टूरिज्म जोन और 110 हेक्टेयर में रिवर फ्रंट विकसित किया जाएगा.

म्यूजियम और लाइट-साउंड शो से होंगी कृष्णलीलाएं

नए शहर में श्रीकृष्ण के द्वापरकालीन इतिहास को भी दिखाया जाएगा. यहां लाइट एंड साउंड शो के जरिये कृष्णलीला को दिखाया जाएगा. श्रीमद्भगवद गीता के वाचन के लिए अलग से केंद्र बनाए जाएंगे. इस इलाके के अध्यात्म को सहेजने के लिए एक म्यूजियम भी बनाया जाएगा. सीबीआरई कंपनी ने यमुना प्राधिकरण को ड्राफ्ट रिपोर्ट सौंप दी है. अब यह रिपोर्ट मंजूरी के लिए यूपी सरकार के पास भेज दी गई है. इसके बाद इस सिटी को विकसित करने के लिए आगे की कार्रवाई शुरू की जा जाएगी.

डीपीआर में बताया गया है कि इस इलाके में होटल की डिमांड ज्यादा है, इसलिए राया सिटी के आसपास होटल बनाए जाएं. इसके अलावा यहां पर रिजॉर्ट, वेलनेस सेंटर और एंडवेंचर को भी विकसित किया जाए, जिससे कि यहां आने वाले लोगों को हर तरह का अनुभव मिले. राया हेरिटेज सिटी में सबसे पहले पर्यटन जोन और रिवर फ्रंट विकसित करने की योजना है.

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