योगी राज में एक-एक कर ढेर हुए मुख़्तार अंसारी के कई शार्प शूटर्स, अरबों की संपत्ति भी हुई जब्त

लखनऊ. यूपी एसटीएफ (UP STF) ने बुधवार रात राजधानी लखनऊ (Lucknow) में माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के दो गुर्गों एक लाख के इनामी शूटर अलीशेर और कामरान को मुठभेड़ में ढेर कर दिया. यह पहला मौका नहीं था जब मुख़्तार गैंग पर पुलिस कहर बनकर टूटी हो. योगी सरकार (Yogi Government) के पिछले साढ़े चार साल में मुख़्तार गैंग के कई शार्प शूटर्स एक-एक कर मारे गए हैं. यही वजह है कि कभी पूर्वांचल में जिस मुख़्तार गैंग की तूती बोलती थी आज उसकी कमर लगभग टूट चुकी है. इतना ही नहीं पूर्वांचल के कई जिलों में उसके गैंग में शामिल लोगों की करोड़ों की संपत्ति को कुर्क भी किया गया है. मुख़्तार अंसारी की पत्नी, बेटों व अन्य रिश्तेदारों की अरबों की संपत्तियों को भी सरकार ने जब्त कर आर्थिक चोट पहुंचाई है.

बांदा जेल में बंद मुख़्तार अंसारी की कभी पूर्वांचल से लेकर पश्चिम तक डंका बजता था. इस गैंग के नाम से लोगों के जेहन में कहफ़ बैठ जाता था. पूर्वांचल के लोगों के दिल में वह मंजर आज भी जिंदा है जब 2005 के मऊ दंगों के दौरान खुली गाड़ियों में असलहों के साथ मुख्तार अंसारी का काफिला निकलता था. इतना ही नहीं 2005 में योगी आदित्यनाथ पर हुए हमले का आरोप भी मुख्तार अंसारी गैंग पर ही लगा था. अब 16 साल बाद जब योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री है तो इस गैंग के खिलाफ लगातार एक्शन जारी है.

यूपी में अब तक इतने एनकाउंटर
जब से सूबे में योगी सरकार आई है तब से लेकर आज तक प्रदेश में संगठित अपराध व उससे जुड़े अपराधियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है. 17 मार्च 2017 से लेकर 9 मार्च 2021 तक प्रदेश में 7791 पुलिस मुठभेड़ हुईं। इनमें पुलिस की गोली लगने से 135 अपराधी मारे गए और 3039 घायल हुए. मुठभेड़ में 16,661 अपराधी गिरफ्तार हुए. मुख्‍तार अंसारी गैंग के कई सदस्‍य भी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए. अब जानकार कह रहे हैं कि पिछले साढ़े चार साल में मुख़्तार गैंग लगभग खत्म हो गया है.

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