फेमस महंत का अंतिम संस्कार बना जंग का मैदान ! आश्रम में चले लाठी डंडे, मंदिर पर लगा ताला! जानिए वजह

मैनपुरी (उत्तर प्रदेश) – मैनपुरी जिले के किशनी क्षेत्र में रामजानकी आश्रम में उस वक्त हंगामा मच गया जब 80 साल के महंत सुरेंद्र दास की अंत्येष्टि (अंतिम संस्कार) को लेकर दो गुटों में ज़बरदस्त विवाद हो गया। यह विवाद इतना बढ़ा कि आश्रम में पथराव, मारपीट और लाठीचार्ज तक हो गया। पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए मंदिर में ताला लगवा दिया और पूजा-पाठ पर रोक लगा दी।

 अंदर अंतिम संस्कार को लेकर झगड़ा

महंत सुरेंद्र दास के शिष्य चाहते थे कि उनका अंतिम संस्कार आश्रम के अंदर ही हो, लेकिन दूसरे गुट ने इसका विरोध किया। जब शव को आश्रम में लाने की कोशिश की गई तो दोनों पक्ष भिड़ गए और मारपीट, पथराव शुरू हो गया।

 पुलिस ने बीच में आकर कराया अंतिम संस्कार

पुलिस और प्रशासन के अफसरों ने बीच में आकर स्थिति संभाली और शव का अंतिम संस्कार आश्रम के पास की ज़मीन पर करवाया। इस दौरान एसडीएम, सीओ और तहसीलदार मौजूद रहे। बाद में पुलिस ने मंदिर के गेट पर ताला लगवाया और चाबी ट्रस्ट के कार्यकारी अध्यक्ष (तहसीलदार किशनी) को दे दी।

 तीन लोग घायल, 10 हिरासत में

पथराव और मारपीट में तीन लोग घायल हुए। पुलिस ने दोनों गुटों के कुल 10 लोगों को हिरासत में लिया है। सभी घायलों का इलाज कराया जा रहा है।

 24 घंटे तक शव रखा रहा, तनाव बढ़ा रहा

महंत का निधन गुरुवार रात को हुआ था, लेकिन शुक्रवार को भी अंतिम संस्कार नहीं हो सका क्योंकि एक पक्ष ने आश्रम में ताला लगाकर शव को अंदर लाने से मना कर दिया। इससे शव 24 घंटे से ज्यादा समय तक रखा रहा।

 आश्रम की ज़मीन पर कब्जे का आरोप

महंत के शिष्यों ने आरोप लगाया है कि आश्रम की 18 बीघा ज़मीन पर कब्जा करने की कोशिश हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि एक हिस्ट्रीशीटर (अपराधी) को भी आश्रम में जगह दी गई और पुलिस को शिकायत देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

 राजनीति की दखल ने विवाद को बढ़ाया

स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ बीजेपी नेताओं ने एक पक्ष का साथ दिया और प्रशासन पर दबाव बनाया। कहा जा रहा है कि कुछ लोग इस ज़मीन पर दुकानें बनवाना चाहते हैं, इसलिए इस तरह का बवाल करवाया गया।

 महंत सुरेंद्र दास का योगदान

महंत सुरेंद्र दास ने 1960 में आश्रम में रहना शुरू किया था और उन्होंने इस जर्जर मंदिर का दोबारा निर्माण करवाया। उनके अनुयायियों का कहना है कि वो आखिरी समय तक इस जमीन की रक्षा करते रहे।

 पुलिस ने शांति की अपील की

पुलिस ने मौके पर बल तैनात कर दिया है और लोगों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें। अफवाह फैलाने वालों और बवाल करने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

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