मनीष गुप्ता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोली गोरखपुर पुलिस की झूठी कहानी की पोल

गोरखपुर पुलिस की कथित पिटाई से कानपुर के कारोबारी की मौत का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. कारोबारी मनीष की पोस्टमार्टम (Postmortem) रिपोर्ट आई है जिसमें चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि मनीष के सिर, चेहरे और शरीर पर गंभीर चोट के निशान हैं. गौरतलब है कि इस मामले में 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया जा चुका है जबकि तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.

क्या है मामला?
कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर के होटल में संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी. मनीष गोरखपुर के एक होटल में अपने दोस्तों से मिलने आए थे. आरोप है कि देर रात कुछ पुलिसकर्मी घुसे और उन्होंने मनीष की जमकर पिटाई की. मनीष को इलाज के लिए निजी अस्‍पताल ले जाया गया. हालत बिगड़ने पर बीआरडी मेडिकल कॉलेज ले गए जहां उनकी मौत हो गई. मनीष की मौत के बाद उसके परिवार में कोहराम मचा हुआ है. परिजनों ने मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है.

बता दें कि मनीष गुप्ता अपने दो दोस्तों हरदीप सिंह चौहान और प्रदीप सिंह चौहान के साथ सोमवार सुबह गोरखपुर घूमने गए थे। यहां ये लोग होटल कृष्णा पैलेस के रूम नंबर 512 में ठहरे थे। हरदीप ने बताया कि सोमवार रात 12:30 बजे पुलिस होटल में चेकिंग करने पहुंची। मनीष को सोते हुए जगाया तो उन्होंने पूछा इतनी रात में चेकिंग किस बात की हो रही है। क्या हम आतंकी हैं? इस पर पुलिस वालों ने उसे पीटना शुरू दिया। इसके बाद घायल मनीष को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

53 घंटे बाद हुआ अंतिम संस्कार
मनीष गुप्ता का अंतिम संस्कार मौत के 53 घंटे बाद गुरुवार सुबह हुआ। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने को अड़े पीड़ित परिजन मनीष का अंतिम संस्कार नहीं कर रहे थे। फिर, बुधरात देर रात कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण समेत कई आला अधिकारी मनीष के घर पहुंचे और उनकी पत्नी मीनाक्षी से बात की। इस दौरान असीम अरुण ने कहा कि गुरुवार को परिवार की सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कराई जाएगी, जिसके बाद पीड़ित परिजनों मनीष के अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गए।

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