मनाली घूमने गई 12 वर्षीय ‘त्रिशा’ की जिपलाइन टूटी.. सीधा चट्टानों पर गिरी, कई हड्डियां टूटीं.. देखें दहलाने वाला Video

मनाली (हिमाचल प्रदेश) में घूमने आई नागपुर की 12 वर्षीय बच्ची त्रिशा बिजवे का ज़िपलाइन राइड के दौरान ज़ख्मी हो जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। हादसा दिनांक 8 जून 2025 को बीस नदी के किनारे पत्थरों पर खतरनाक गिरावट के दौरान हुआ। तीव्र चोटों के बावजूद बच्ची की हालत स्थिर बताई गई है।
कैसे हुआ हादसा, रसी टूटने का मंजर
त्रिशा परिवार के साथ घूमने गई थी जब ज़िपलाइन के बीच में अचानक हार्नेस से जुड़ी रस्सी टूट गई। करीब 30 फीट की ऊँचाई से गिरकर वह चट्टानी शिलाओं पर जा गिरी। वायरल वीडियो में स्पष्ट रूप से दिखता है कि रस्सी टूटने के तुरंत बाद बच्ची नीचे गिर चुकी थी।
उपचार एवं हालत, प्राथमिक इलाज और सर्जरी
त्रिशा को तुरंत स्थानीय अस्पताल ले जाया गया और बाद में चंडीगढ़ PGIMER रेफर किया गया। रिपोर्ट के अनुसार गंभीर चोटों और फ्रैक्चर के चलते बच्ची की सर्जरी हुई थी, और अब उसकी हालत स्थिर है। इलाज के पश्चात् उसे नागपुर के एक निजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है।
पारिवारिक और कानूनी पहलू
पीड़ित परिवार और ज़िपलाइन संचालनकर्ता के बीच आपसी समझौता हो गया है। पुलिस उपाधीक्षक के.डी. शर्मा के मुताबिक़, इस हित-सुलह के कारण कोई FIR दर्ज नहीं की गई।
सुरक्षा प्रश्न और सोशल मीडिया प्रतिक्रिया
जांच की आवश्यकता
इस हादसे ने मनाली जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों पर एडवेंचर गेम्स में सेफ्टी उपायों की कमी को उजागर किया।
सोशल मीडिया पर टीका–टिप्पणी
लोगों ने उपकरणों की वैधता और समयसीमा की आलोचना की, जैसे:
“This is absolutely horrible. These equipment must have an expiry date…”
एक यूजर ने कहा:
“Adventure in India turns out to be a misadventure… lack of professionalism & non‑adherence to safety protocols.”
सख्त जांच और नियमित ऑडिट जरूरी
- सख्त जांच – ज़िपलाइन संचालकों के लाइसेंस, उपकरणों की जाँच, और मेंटेनेंस रिकॉर्ड का पुनर्मूल्यांकन हो।
- नियमित ऑडिट – adventure sports के लिए रजिस्टर्ड एजेंसियों से पंजीकरण व नियमित ऑडिट अनिवार्य हो।
- परिवहन व्यवस्था में पारदर्शिता – ऑपरेटरों द्वारा ग्राहकों को उपकरणों की उम्र, परीक्षण लैब रिपोर्ट व सुरक्षा रिकॉर्ड उपलब्ध होना चाहिए।