बड़ी खबर: मोदी के ‘कटप्पा’ को सरेमंच जड़ा थप्पड़, पहले माला पहनाई.. फिर ‘दे दनादन’, देखें Viral Video

जौनपुर में महाराजा सुहेलदेव विजयोत्सव के दौरान मंगलवार को बड़ा बवाल हो गया जब समाजवादी पार्टी में हाल ही में शामिल हुए नेता महेंद्र राजभर पर खुले मंच पर हमला कर दिया गया। आरोपी ने पहले मंच से तारीफ की, माला पहनाई और फिर गाल पर तमाचे जड़ दिए। अब इस हमले को राजनीतिक साजिश बताया जा रहा है, जिसके तार यूपी सरकार के मंत्री ओमप्रकाश राजभर से जुड़े बताए जा रहे हैं।
कैमरे में कैद हुई घटना, मंच पर बवाल
मामला जौनपुर के जलालपुर थाना क्षेत्र का है, जहां महाराजा सुहेलदेव विजयोत्सव कार्यक्रम के दौरान मंच पर ही बृजेश राजभर नामक व्यक्ति ने महेंद्र राजभर पर हमला कर दिया। बृजेश पहले मंच से महेंद्र की तारीफ करता दिखा, फिर माला पहनाकर उन्हें एक के बाद एक कई थप्पड़ मार दिए। घटना का वीडियो मौके पर मौजूद लोगों ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल है।
अचानक हुए हमले से मची अफरा-तफरी
थप्पड़ पड़ते ही मंच पर हड़कंप मच गया। अफरा-तफरी के बीच महेंद्र राजभर ने भी बृजेश पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन कार्यकर्ताओं ने दोनों को अलग कर दिया। इस दौरान मंच पर जमकर धक्का-मुक्की और हंगामा हुआ। कार्यक्रम को तुरंत रोकना पड़ा।
आरोपी बृजेश राजभर कौन है?
आरोपी बृजेश राजभर, सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। महेंद्र राजभर की इस पार्टी से अलग होने के बाद वह पार्टी से निष्कासित कर दिए गए थे। अब आरोप है कि वह फिर से ओमप्रकाश राजभर की पार्टी में सक्रिय है और उन्हीं के इशारे पर हमला करने आए थे।
महेंद्र राजभर का आरोप: “यह ओमप्रकाश राजभर की साजिश है”
महेंद्र राजभर, जो हाल ही में 2 मई को समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे, ने इस घटना के पीछे साफ तौर पर मंत्री ओमप्रकाश राजभर का नाम लिया है। उनका कहना है कि बृजेश राजभर ने 5 दिन पहले ओमप्रकाश राजभर से मुलाकात की थी और उसी की योजना के तहत यह हमला किया गया।
पुलिस में शिकायत, तहरीर दी गई
महेंद्र राजभर ने जलालपुर थाने में तहरीर देकर बृजेश राजभर के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने यह भी बताया कि कार्यक्रम में उन्हें सुहेलदेव जी की मूर्ति स्थापना के लिए मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया था, जहां पर यह हमला हुआ।
“कोई मनमुटाव नहीं था, हमला पूर्व नियोजित था” – महेंद्र राजभर
महेंद्र राजभर का दावा है कि उनका बृजेश से कोई निजी विवाद नहीं था। उन्होंने कहा,
“बृजेश न तो किसी का सच्चा साथी है और न ही पक्षधर। उसने सिर्फ साजिशन हमला किया। हम लोगों की सलाह पर भूमि पूजन किया गया था और कार्यक्रम अच्छा चल रहा था। लेकिन आखिर में यह हमला दिखाता है कि सब पहले से प्लान था।”
सियासी टकराव: ओमप्रकाश बनाम महेंद्र
रामजीत राजभर, जो सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष हैं, ने भी इस हमले को राजनीतिक साजिश करार दिया। उनका कहना है कि यह सब मऊ सदर सीट के उपचुनाव से जुड़ा है। उन्होंने कहा,
“मऊ में अब्बास अंसारी की विधायकी जाने के बाद उपचुनाव होगा। ओमप्रकाश राजभर भी उम्मीदवार बनना चाहते हैं और उन्हें डर है कि महेंद्र अगर चुनाव लड़ेगा तो हार सकते हैं। इसलिए हमला कराया गया।”
2017 में भाजपा से लड़े थे चुनाव, मोदी ने दिया था ‘कटप्पा’ नाम
महेंद्र राजभर 2017 विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर मऊ से चुनाव लड़े थे, जहां उन्हें मुख्तार अंसारी से करीब 6000 वोट से हार मिली थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें ‘कटप्पा’ कहकर पुकारा था और भरोसा जताया था कि ये बाहुबली का अंत करेंगे।
थप्पड़ नहीं, राजनीति की पटकथा है
इस पूरी घटना ने यूपी की राजनीति में नया बवंडर खड़ा कर दिया है। सियासी प्रतिद्वंद्विता, व्यक्तिगत हमले और पुराने संबंधों की सुलगती राख अब चिंगारी बन चुकी है। सुहेलदेव के नाम पर सियासी झगड़े ने यह दिखा दिया है कि पूर्वांचल की राजनीति में सम्मान, सत्ता और स्वार्थ का टकराव किस कदर उग्र हो चुका है।