वीर सावरकर के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी पर भड़के महंत नरेंद्र गिरी, कही ये बात

प्रयागराज. पीस पार्टी (Peace Party) के प्रवक्ता शादाब चौहान (Shadab Chauhan) द्वारा वीर सावरकर (Veer Sawarkar) को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी पर साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (Akhil Bhartiya Akhara Parishad) ने सख्त नाराजगी जतायी है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी (Mahant Narendra Giri) ने शादाब चौहान के बयान को लेकर कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब ये कतई नहीं है कि लोगों को कुछ भी बोलने की आजादी मिल गई है. वीर सावरकर को गद्दारे हिंद कहे जाने पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा कि पीस पार्टी के नेता शादाब चौहान के पूर्वज गद्दार जरुर रहे होंगे, क्योंकि इनके खून में गद्दारी बसी हुई है.

उन्होंने राज्य सरकार से शादाब चौहान के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है. इसके साथ ही कहा कि हमारे आदर्श और प्रेरणा स्रोत को गद्दार कहने का मतलब है कि अगर हम लोगों में सामर्थ्य है तो ऐसे लोगों की जीभ काट लेनी चाहिए. उन्होंने कहा है कि वीर सावरकर पर की गई इस टिप्पणी से पूरा संत समाज ही नहीं बल्कि देश आहत है और इसका विरोध कर रहा है.

शादाब चौहान को सबक सिखाने की अपील

महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि शादाब चौहान को ऐसा सबक सिखायें कि कोई दूसरा व्यक्ति हमारे आदर्श महापुरुषों के बारे में ऐसी टिप्पणी करने की हिम्मत न कर सके. उन्होंने कहा कि वीर सावरकर सनातन धर्म के ही नहीं पूरे देशवासियों के आदर्श और प्रेरणा के स्रोत रहे हैं. उनके लिए अपशब्दों का इस्तेमाल कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा कि वीर सावरकर ने देश के लिए बहुत कुछ किया है, इसलिये लोग उनका अनुसरण और सम्मान करते हैं. उन्होंने कहा कि शादाब चौहान को कुछ भी बोलने से पहले वीर सावरकर के बारे में अच्छी तरह से जान लेना चाहिए.

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