पूर्व विधायक के घर में लड़की ने मारी खुद को गोली, MLA की रिवॉल्वर कनपटी पर रखी और दबा दिया ट्रिगर, मौत..

मध्य प्रदेश के सतना जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। पूर्व कांग्रेस विधायक नीलांशु चतुर्वेदी के सरकारी आवास पर 24 वर्षीय युवती सुमन निषाद ने खुद को रिवॉल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। यह घटना मंगलवार को दोपहर के वक्त हुई, जब सुमन घर की तीसरी मंजिल पर बने बाथरूम में गई और वहीं गोली चला दी। युवती की मौत ने न केवल राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, बल्कि परिवार और पुलिस के बीच उठते सवालों ने मामले को और संवेदनशील बना दिया है।
लाइसेंसी रिवॉल्वर से मारी कनपटी पर गोली
मिली जानकारी के अनुसार, सुमन निषाद ने पूर्व विधायक की लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली मारी। यह घटना दोपहर 4 बजे के आसपास की बताई जा रही है। सुमन तीसरी मंजिल पर बने बाथरूम में गई और वहां खुद को सिर में गोली मार ली। गोली चलने की आवाज सुनकर घर के अन्य सदस्य ऊपर पहुंचे, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने रिवॉल्वर जब्त कर ली है और फॉरेंसिक टीम जांच में जुटी है।
घरेलू सहायिका नहीं, बेटी जैसी थी सुमन
सुमन निषाद करीब दो महीने से पूर्व विधायक नीलांशु चतुर्वेदी के घर पर घरेलू सहायिका के तौर पर काम कर रही थी। उसके साथ उसकी मां सुबिया भी वहीं रहती थीं। पूर्व विधायक ने खुद सुमन की शादी तय करवाई थी और शादी का पूरा खर्च उठाने की जिम्मेदारी भी ली थी। परिवार का कहना है कि विधायक सुमन को अपनी बेटी की तरह मानते थे। यही कारण है कि इस घटना ने उन्हें भी अंदर तक झकझोर कर रख दिया है।
घटना से पहले मोबाइल को लेकर मां-बेटी में हुई थी कहासुनी
परिवार के अनुसार, घटना से पहले सुमन और उसकी मां सुबिया के बीच मोबाइल फोन को लेकर हल्की बहस हुई थी। सुबिया ने सुमन को अधिक फोन न चलाने की नसीहत दी थी। बहस के बाद सुमन ऊपर गई और कुछ ही देर में गोली चलने की आवाज आई। हालांकि, पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे आत्महत्या की वजह पर संदेह बना हुआ है।
फॉरेंसिक टीम और अधिकारियों ने किया मुआयना
घटना की सूचना मिलते ही चित्रकूट थाना पुलिस मौके पर पहुंची और बाथरूम को सील कर दिया गया। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए। पुलिस अधिकारी घटना को आत्महत्या मान रहे हैं, लेकिन आत्महत्या के पीछे के कारणों की जांच की जा रही है। पूर्व विधायक के आवास में हुए इस हादसे ने प्रशासन को भी सतर्क कर दिया है।
“सब कुछ सामान्य था, समझ नहीं आया क्या हुआ”
सुमन की मां सुबिया ने बताया कि घटना से पहले सभी लोग दोपहर का खाना खा रहे थे और घर में सब कुछ सामान्य था। सुमन अचानक उठकर ऊपर गई और फिर यह हादसा हो गया। सुबिया का कहना है कि उनकी बेटी बेहद समझदार थी और जल्दी किसी बात पर इतना बड़ा कदम नहीं उठा सकती थी। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
भरोसे और सुरक्षा पर उठते सवाल
पूर्व विधायक के घर में हुई इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या सुमन अवसाद में थी या किसी दबाव में थी? रिवॉल्वर तक उसकी पहुंच कैसे हुई? क्या यह सिर्फ आत्महत्या है या इसके पीछे कोई गहरा राज है? इन सवालों के जवाब तब तक नहीं मिल सकते जब तक पुलिस पूरी तरह जांच पूरी नहीं कर लेती। वहीं, घटना ने घरेलू कामगारों की मानसिक स्थिति, सुरक्षा और उनके साथ व्यवहार पर भी व्यापक बहस छेड़ दी है।
सिर्फ आत्महत्या नहीं, समाज और व्यवस्था के लिए चेतावनी
सुमन निषाद की मौत को केवल एक आत्महत्या मान लेना जल्दबाज़ी होगी। यह घटना घरेलू कामगारों के साथ रिश्तों, व्यवहार और सामाजिक जिम्मेदारियों की गंभीर तस्वीर पेश करती है। जब तक इस मामले की गहराई से जांच नहीं होती, तब तक यह सवाल बना रहेगा कि क्या यह सच में आत्महत्या थी या इसके पीछे कोई और कहानी है।