माँ ने बेटी को बेरहमी से मारा.. फिर लाश के सामने प्रेमी संग की दारू पार्टी, बदबू आई तो AC चलाया, परफ्यूम छिड़का..

लखनऊ के कैसरबाग क्षेत्र से एक रूह कंपा देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपनी 7 साल की मासूम बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी। बच्ची की लाश को बेड के बॉक्स में छिपा दिया गया और फिर शव को AC के सामने रखकर उस पर परफ्यूम छिड़का गया। इतना ही नहीं, दोनों ने बच्ची की लाश के सामने शराब पार्टी की और फिर पति को फंसाने के लिए पुलिस कंट्रोल रूम में झूठी कॉल कर दी। इस पूरे हत्याकांड ने अय्याशी, नशेबाजी, झूठे मुकदमों और पारिवारिक षड्यंत्रों की खौफनाक परतें खोल दी हैं।

10 साल पुरानी शादी और 7 साल की मासूम की दर्दनाक मौत

प्राप्त जानकारी के अनुसार, खंदारी बाजार निवासी शाहरुख की शादी करीब 10 साल पहले रोशनी उर्फ नाज से हुई थी। दोनों की एक 7 साल की बेटी थी, जिसका नाम सायनारा उर्फ सोना था। 14–15 जुलाई की रात करीब 3 बजे रोशनी ने पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल कर दावा किया कि उसके पति ने बेटी की हत्या कर दी है और फरार हो गया है।

बयान बदलती रही मां, पुलिस को मिला पहला शक

जब पुलिस मौके पर पहुंची तो रोशनी ने अपने बयान बार-बार बदले, जिससे पुलिस को संदेह हुआ। शव की स्थिति देखकर साफ हो गया कि मौत कई घंटे पहले हो चुकी है। बच्ची के शरीर से दुर्गंध आ रही थी और उस पर कीड़े पड़ चुके थे, जिससे ये अनुमान लगाया गया कि हत्या 36–48 घंटे पहले हुई थी।

प्रेमी के कबूलनामे से खुला हत्याकांड का राज

पुलिस ने जब रोशनी और उसके प्रेमी उदित जायसवाल को हिरासत में लिया, तो पूछताछ में उदित टूट गया। उसने खुलासा किया कि उसने और रोशनी ने मिलकर बच्ची की हत्या की थी। उदित ने बताया कि चार साल पहले उसकी मुलाकात रोशनी से एक क्लब में हुई थी, जिसके बाद दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए और वह रोशनी के साथ लिव-इन में रहने लगा।

बेटी का गला घोंटा, मुंह दबाया और पेट पर चढ़ गई मां

पूछताछ में सामने आया कि रोशनी ने पहले बच्ची का गला घोंटा और उसका मुंह दबा रखा ताकि चीख न निकल सके। फिर जब बच्ची की मौत हो गई, तो उसने उसके पेट पर पैर रखकर चढ़ाई की। बच्ची के मुंह से खून निकल आया, जिसे उदित के कपड़े से साफ किया गया। इसके बाद शव को बेड के बॉक्स में छिपा दिया गया।

दुर्गंध आने पर शव को AC के सामने रख परफ्यूम छिड़का

अगले दिन जब शव से दुर्गंध आने लगी तो रोशनी ने शव को बेड से निकालकर कमरे में लगे AC के सामने रख दिया और उस पर परफ्यूम छिड़का। कमरे को फिनायल से साफ किया गया। फिर रोशनी और उदित ने उसी कमरे में शव के सामने बैठकर शराब पार्टी की और ड्रग्स का सेवन किया।

पति को फंसाने की थी पूरी साजिश, पहले भी फर्जी रेप केस बना चुकी थी

रोशनी की साजिश सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं थी। इससे पहले उसने अपने जेठ, सास और दोनों ननदों को झूठे रेप केस में फंसा कर जेल भिजवा दिया था। उसने अपनी बेटी का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया, जिसमें बेटी से जबरन कहलवाया कि उसके बड़े पापा (जेठ) ने रेप किया है और उसे चलने-फिरने में तकलीफ हो रही है। वीडियो के वायरल होते ही पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया।

शराब, पार्टी और सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाली मां

जानकारी के मुताबिक, रोशनी पहले दिल्ली के क्लबों में बार डांसर थी। शादी के बाद लखनऊ में क्लबों में जाने लगी। देर रात तक पार्टी करना, शराब पीना और अजनबी पुरुषों के साथ आना-जाना उसकी आदत में शामिल था। वो अक्सर बेटी को घर में बंद कर क्लब जाती थी। मोहल्ले में हंगामा करती थी और बेटी को पीटती भी थी।

पति से मारपीट कर घर से निकाला, अब प्रॉपर्टी हड़पने की थी योजना

पति शाहरुख को रोशनी ने 18 मई को मारपीट कर घर से निकाल दिया था। वह अमीनाबाद में किराये के मकान में रह रहा था। हत्या वाले दिन वह अपनी बहन के घर मौजूद था, जिसकी पुष्टि पुलिस ने की। रोशनी की योजना थी कि पति को बेटी की हत्या के आरोप में फंसा कर जेल भिजवा दे और पूरी प्रॉपर्टी अपने नाम कर ले।

पुलिस की जांच और मेडिकल रिपोर्ट से हुआ सच उजागर

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में साफ हुआ कि बच्ची की मौत दम घुटने से हुई थी और हत्या की गई थी। मौत करीब 36–48 घंटे पहले हुई थी, जबकि पुलिस को इसकी सूचना बाद में दी गई। डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया और विसरा सुरक्षित रखा गया है। इस पुष्टि के बाद रोशनी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया गया।

जेल में बंद परिजन को मिली जमानत

इंस्पेक्टर कैसरबाग अंजनी मिश्रा ने जानकारी दी कि रोशनी द्वारा झूठे केस में फंसाए गए जेठ सलमान, सास परवीन और ननदों की जमानत मंजूर कर ली गई है। रोशनी और उदित के खिलाफ अब हत्या और साजिश के संगीन धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है।

एक मां का ऐसा वहशी रूप, जिसे देख कानून भी चौंक गया

लखनऊ का यह मामला न केवल पुलिस के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि कैसे अय्याशी, लालच और असंवेदनशीलता मिलकर इंसान को हैवान बना देते हैं। यह हत्या सिर्फ एक बच्ची की नहीं थी, बल्कि इंसानियत, रिश्तों और कानून के भरोसे की भी हत्या थी।

 

Related Articles

Back to top button