बड़ी खबर: फंदे पर लटकी मिली मर्चेंट नेवी अफसर की पत्नी, 10 दिन पहले लौटा पति, फिर अचानक..

लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी स्थित ओमेक्स वाटर एस्केप कॉम्पलेक्स में रविवार रात एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां मर्चेंट नेवी में सेकेंड ऑफिसर के पद पर तैनात अनुराग सिंह की पत्नी मधु सिंह ने फांसी लगाकर जान दे दी। हालांकि, मृतका के पिता ने इसे आत्महत्या नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या बताया है। उनका आरोप है कि उनकी बेटी को मारकर फंदे से लटकाया गया, ताकि मामला आत्महत्या का लगे।

6 महीने पहले हुई थी शादी

मधु और अनुराग की शादी इसी साल 25 फरवरी 2025 को हुई थी। पुलिस के अनुसार, अनुराग करीब 10 दिन पहले ही छुट्टी लेकर घर लौटा था। रविवार रात को पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद कथित तौर पर मधु ने आत्महत्या कर ली। इस घटना की सूचना सोमवार दोपहर तक छिपाई गई, जिससे परिजनों को साजिश की आशंका और गहरा संदेह है।

बहन को किया था आखिरी कॉल

मधु के पिता फतेह बहादुर सिंह ने मीडिया को बताया कि रविवार रात करीब 8 बजे मधु ने अपनी बड़ी बहन प्रिया को कॉल करके बताया था कि अनुराग ने उसके साथ मारपीट की है। इसके बाद रात भर परिवार मधु से संपर्क नहीं कर सका। पिता का दावा है कि उनकी बेटी की हत्या रविवार रात को ही कर दी गई थी, लेकिन उन्हें सोमवार दोपहर में सूचना दी गई।

होली के दिन ससुराल ले गया था

फतेह बहादुर सिंह के अनुसार, शादी के बाद से ही अनुराग लगातार दहेज की मांग कर रहा था और मधु को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करता था। इस कारण मधु कुछ समय के लिए मायके भी आ गई थी। जब परिवार ने दहेज की मांग पूरी कर दी, तब होली के दिन अनुराग उसे वापस अपने साथ ले गया। इसके बाद भी प्रताड़ना जारी रही।

जबरन कराया गया अबॉर्शन

मधु के पिता ने एक और गंभीर आरोप लगाया कि अनुराग के अन्य लड़कियों से संबंध थे। जब मधु गर्भवती हुई, तब भी उसे प्रताड़ित किया गया और जबरन उसका अबॉर्शन करवा दिया गया। पिता ने यह भी कहा कि अनुराग मधु को धमकाता था कि अगर उसने विरोध किया तो वह उससे पैसे वसूल लेगा और उसका जीवन बर्बाद कर देगा।

पुलिस जांच में जुटी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और फिलहाल मामले की जांच जारी है। अनुराग और घर में मौजूद नौकर से पूछताछ की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और कॉल डिटेल्स से मामले की सच्चाई सामने आने की उम्मीद है।

बेटियों की सुरक्षा पर फिर उठा सवाल

यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि दहेज और घरेलू हिंसा जैसी सामाजिक बुराइयां आज भी कितनी गहराई से समाज में जड़ें जमाए हुए हैं। एक शिक्षित परिवार की बेटी, जो नई जिंदगी शुरू करने का सपना लेकर ससुराल गई थी, आज एक संदिग्ध मौत का शिकार हो गई। यह केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए चिंता का विषय है।

Related Articles

Back to top button