लखनऊ : विपक्ष पर दंगे भड़काने के आरोप पर मायावती भड़कीं, कहा-गलती सुधारकर न्याय दिलाने पर ध्यान दे सरकार

लखनऊ। हाथरस प्रकरण को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच तकरार लगातार जारी है। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा विपक्ष पर जातीय दंगा भड़काने का आरोप लगाने पर पलटवार किया है।

मायावती ने मंगलवार को ट्वीट किया कि हाथरस काण्ड की आड़ में विकास को प्रभावित करने के लिए जातीय व साम्प्रदायिक दंगा भड़काने की साजिश का विपक्ष पर लगाया गया। उत्तर प्रदेश सरकार का आरोप सही या चुनावी चाल, यह समय बताएगा। लेकिन, जनमत की मांग कि हाथरस काण्ड के पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने पर सरकार ध्यान केन्द्रित करे तो बेहतर।

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि वैसे हाथरस काण्ड को लेकर पीड़ित परिवार के साथ जिस प्रकार का गलत व अमानवीय व्यवहार किया गया उससे देश भर में काफी रोष व आक्रोश है। सरकार अब भी गलती सुधारे व पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए गम्भीर हो वरना जघन्य घटनाओं को रोक पाना मुश्किल होगा।

इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में विदेशी फंडिंग की मदद से जातीय हिंसा फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। प्रदेश को विकास के रास्ते से भटकाने में विपक्ष दंगों की साजिश रच रहा है। लेकिन, उनकी साजिशें कामयाब नहीं होंगी।

उन्होंने कहा कि हमारे विरोधी हमारे खिलाफ साजिश रच रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय फंडिंग के जरिए जातीय और सांप्रदायिक दंगों के लिए नींव रखी गई। पिछले एक हफ्ते से विपक्षी दल दंगे देखने के लिए उत्सुक थे। इन सभी साजिशों के बीच हमें आगे बढ़ने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को देश के विकास के लिए खुद को समर्पित करने की जरूरत है। असामाजिक और देश विरोधी तत्वों को राज्य के विकास को स्वीकार करना मुश्किल लगता है क्योंकि वे हमेशा दंगा-पीड़ित उत्तर प्रदेश चाहते थे। लेकिन, उनकी कोशिशें सफल नहीं हो रही हैं। इसलिए अब षड्यंत्र रचे जा रहे हैं।

भाजपा की सरकार सबको सुरक्षा देगी। लेकिन, राष्ट्र विरोधियों को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने देगी। दरअसल हाथरस कांड के बाद प्रदेश में सीएए की तर्ज पर दंगों के साथ जातीय हिंसा को भड़काने की बड़ी साजिश रची गई, जिससे योगी सरकार को बदनाम किया जा सके। इस बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है।

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