RSS, BJP और मोदी-शाह को गाली! LU प्रोफेसर के आपत्तिजनक पोस्ट Viral, अब 5 दिन में देना होगा जवाब

लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) एक बार फिर विवादों में आ गया है। इस बार विश्वविद्यालय के इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट साइंस के असिस्टेंट प्रोफेसर (कांट्रैक्चुअल) डॉ. सौरव बनर्जी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा और आरएसएस के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notice) जारी किया गया है।
यह मामला तब तूल पकड़ा जब हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद लिंग्विस्टिक्स डिपार्टमेंट की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. माद्री काकोटी को भी ऐसे ही आरोपों में नोटिस भेजा गया था।
5 दिन के अंदर दो आपत्तिजनक पोस्ट
डॉ. सौरव बनर्जी ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद 5 दिनों के अंदर अपने सोशल मीडिया अकाउंट से दो पोस्ट किए, जिनमें प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, भाजपा और संघ को लेकर आपत्तिजनक और अभद्र टिप्पणियाँ की गई थीं। इन पोस्ट्स को छात्रों और शिक्षकों द्वारा गंभीरता से लिया गया और सोशल मीडिया पर वायरल होते ही विश्वविद्यालय प्रशासन हरकत में आया।
ABVP से जुड़े छात्रों का विरोध, कैंपस में प्रदर्शन
LU के न्यू कैंपस में बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े छात्र डॉ. सौरव बनर्जी से मिलने पहुँचे, लेकिन वह उनसे मिलने से बचते नजर आए। इसके बाद छात्रों ने कैंपस में ही विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और चीफ प्रॉक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए डॉ. बनर्जी पर कार्रवाई की मांग की।
डॉ. माद्री काकोटी के मामले से उठा विवाद, अब नया मोड़
इससे पहले सोमवार को लिंग्विस्टिक डिपार्टमेंट की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. माद्री काकोटी को भी पहलगाम हमले पर की गई विवादित पोस्ट को लेकर नोटिस जारी किया गया था। उनका पोस्ट पाकिस्तान में वायरल हो गया था, जिसके बाद ABVP छात्रों ने विरोध किया और उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला भी दर्ज हुआ। इसी दौरान छात्रों की नजर डॉ. सौरव बनर्जी के सोशल मीडिया प्रोफाइल पर गई।
सोशल मीडिया पर अकाउंट डिलीट और प्राइवेट, प्रोफेसर बैकफुट पर
बुधवार शाम को खबर मिली कि डॉ. सौरव बनर्जी ने अपना ट्विटर अकाउंट डिलीट कर दिया है और फेसबुक अकाउंट को प्राइवेट मोड में डाल दिया है। यह कदम नोटिस जारी होने के बाद उठाया गया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे अब बैकफुट पर आ गए हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ-साथ पुलिस द्वारा भी उनके खिलाफ कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने सख्ती दिखाई, नोटिस में दिया कड़ा संदेश
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. विद्यानंद त्रिपाठी ने बुधवार शाम को डॉ. बनर्जी को नोटिस जारी करते हुए 5 दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है। नोटिस में लिखा गया है कि “आज आतंकवाद किसी देश या हिस्से की समस्या नहीं, बल्कि वैश्विक समस्या है। ऐसे समय में आपने आपत्तिजनक पोस्ट किया है। आप 5 दिन में प्रमाण सहित जवाब दें।”
प्रोफेसर का बयान: अब विश्वविद्यालय प्रशासन से ही बात होगी
डॉ. सौरव बनर्जी ने कहा कि अब इस विषय पर केवल विश्वविद्यालय प्रशासन से ही बात की जाएगी। अन्य किसी को कोई बयान नहीं दिया जाएगा। यह बयान सामने आने के बाद यह साफ है कि प्रोफेसर फिलहाल सार्वजनिक रूप से सफाई देने से बच रहे हैं।