एलपीजी गैस की बढीं कीमतें, जानें लोगों की जेब पर क्या होगा असर

एलपीजी गैस की बढीं कीमतों ने आम लोगों की बढ़ाई मुश्किलें, जानें जेब पर क्या होगा असर

लखनऊ: मंहगाई की मार एक बार फिर लोगों की कमर तोड़ रही हैं. सोने-चांदी, पेट्रोल- डीजल के बाद एलपीजी गैस सिलिंडर के दाम बढ़ गए हैं. सरकारी तेल एवं गैस कंपनियों ने कामर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बड़ी वृद्धि कर दी है. 19 किलो वाला कामर्शियल सिलेंडर 108.50 रुपये जबकि 47 किलो वाला सिलेंडर 271 रुपये महंगा हो गया है. लेकिन घरेलू गैस सिलिंडर की कीमतें अभी स्थिर रखी गईं हैं. इससे घरेलू उपभोक्‍ताओं पर असर नहीं पड़ेगा, लेकिन इससे रेस्टोरेंट व होटलों की परेशानी बढ़ेगी.

कामर्शियल सिलेंडर की बढ़ी कीमत

19 किलो वाले कामर्शियल सिलेंडर की कीमत 2127.50 रुपये से बढ़कर 2236.00 रुपये पर पहुंच गई है. इसकी कीमत 108.50 रुपये बढ़ाई गई है. इसी तरह से 47 किलो वाले कामर्शियल सिलेंडर की कीमत 5313.00 रुपये से बढ़ाकर 5584.00 रुपये कर दी गई है. वहीं बिहार एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के महासचिव डाक्टर रामनरेश सिन्हा ने कहा कि इसकी कीमत में 271 रुपये की बढ़त की गई है. वहीं घरेलू रसोई गैस की कीमतें स्थिर रखी गईं हैं. 14.2 किलो वाले रसोई गैस सिलेंडर 998.00 रुपये, और 5 किलो वाले छोटे सिलेंडर की कीमत 368.00 रुपये रखी गई है. 10 किलो वाले कंपोजिट सिलेंडर की कीमत 702.50 रुपये और 5 किलो किलो वाले कंपोजिट सिलेंडर की कीमत 368.00 रुपये पर स्थिर रखी गईं हैं.

खाद्य तेलों की कीमत बिगड़ेगी आम लोगों का बजट

रूस व यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का असर पूरी दुनिया पर पड़ रहा है. भले घरेलू गैस की कीमतों में वृद्ध‍ि नहीं हुई है लेकिन खाद्य तेलों की कीमतों पर इसका असर पड़ा है. क्रूड आयल के लिए भारत लगभग 70 फीसद जरूरतों को इंपोर्ट से पूरा करता है. रूस और यूक्रेन सूरजमुखी तेलों को 90 फीसदी जरूरतें पूरा करते हैं.

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