92 की हुईं स्वर कोकिला:जन्मदिन के खास मौके पर लता मंगेश्कर ने फैंस को दिया मैसेज,

बोलीं- 'हिंदू, मुस्लिम, क्रिश्चन, पारसी की तरह नहीं भारतीय की तरह सोचो'

अपनी मधुर आवाज से कई गानों को सदाबहार बनाने वालीं लिजेंड्री सिंगर लता मंगेश्कर आज पूरे 92 साल की हो गई हैं। लता ने महज 9 साल की उम्र में अपने पिता के साथ कॉन्सर्ट में गाना शुरू किया था। पिता की मौत के बाद 1942 में 13 साल की उम्र में उन्होंने बतौर सिंगर अपने करियर की शुरुआत की थी। आज अपने जन्मदिन के मौके पर स्वर कोकिला लता दीदी ने अपने फैंस के लिए एक खास मैसेज दिया है।

हाल ही में फिल्म क्रिटिक सुभाष के झा से बातचीत के दौरान लता ने अपने फैंस के लिए कहा, ‘भारतीय की तरह सोचिए, ना कि हिंदू, मुस्लिम, क्रिश्चन और पारसी की तरह। हम एक महान संस्कृति और दार्शनिक ज्ञान की जगह से हैं। रामकृष्ण परमहंस से लेकर स्वामी विवेकानंद तक, हमारी भूमि सच्चे विद्वानी और ज्ञानी विचारकों से भरी हुई है। यहां उनसे सीखने के लिए बहुत कुछ है। इस महान देश में जन्म लेने पर मैं खुद को बहुत भाग्यशाली समझती हूं। अगर मुझे दोबारा जन्म लेने का मौका मिलेगा तो मैं चाहूंगी कि मैं एक भारतीय बनकर पैदा होना चाहूंगी।’

नए सिंगर्स पर लता मंगेश्कर ने कहा, ‘मैं झूठ नहीं कहूंगी। मुझे समझ नहीं आता कि आप क्या गा रहे हैं। मैं अल्का याग्निक की आवाज सुनती हूं जो पहले आई थीं। लेकिन अब यंग सिंगर्स मेरे और आशा के ज्यादातर गाने गाते हैं। अगर वो ऑरिजिनल नहीं बन रहे हैं तो इसका मतलब ये है कि उन्हें ऑरिजिनल नहीं बनना है। मुझे नहीं पता आज की म्यूजिक कैसी होती है। लेकिन यहां कुछ अनुचित है। वरना क्यों लोग आज भी शंकर जयकिशन, आरडी बर्मन और मदन मोहन का कम्पोजिशन सुनते हैं।’

दोबारा एक्टिव सिंगर बनने पर लता जी का कहना है, ‘मैं जल्द गाने का प्लान करती हूं। मेरे शुभचिंतक मुझसे सिंगिंग में वापसी करने की गुजारिश करते हैं, लेकिन इस महामारी ने मेरे लिए ये मुश्किल कर दिया है। आप सोचिए कि मेरे लिए कितना मुश्किल है गाने से दूर रहना।’

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