कुम्भ को अब प्रतीकात्मक रखा जाय : मोदी

नयी दिल्ली,  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार सुबह उत्तराखंड के हरिद्वार में फोन पर  जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी अवधेशानंद गिरि से बातचीत कर, सभी संतों के स्वास्थ्य का हाल जाना और प्रशासन के साथ पूरा सहयोग करने के लिए संत समाज के प्रति आभार जताया।

मोदी ने अनुरोध किया कि दो शाही स्नान संपन्न हो चुके हैं, इसलिए आगे कुंभ को अब प्रतीकात्मक ही रखा जाए। इससे महामारी के खिलाफ लड़ाई में ताकत मिलेगी। यह जानकारी स्वयं श्री मोदी ने ट्वीट कर दी।

प्रधानमंत्री से बात के बाद आचार्य महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी अवधेशानंद गिरि ने  मोदी के आह्वान का सम्मान करते हुए 11 बजे संवाददाता सम्मेलन में अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि कोविड की परिस्थितियों को देखते हुए भारी संख्या में स्नान के लिए न आएं और कोविड नियमों का अवश्य पालन करें।

उल्लेखनीय है कि कोविड संक्रमण के कारण, दो अखाड़ों ने शनिवार को ही कुम्भ समाप्त करने की घोषणा कर दी थी। निरंजनी अखाड़े के अखाड़ों में कोरोना संक्रमण बेकाबू हो गया है। पंचायती अखाड़ा  निरंजनी के मंहत रविंद्र पुरी समेत 22 संत कोविड पॉजिटिव मिले हैं। वहीं, अन्य अखाड़ों में भी सात संत संक्रमित मिले हैं। इसके साथ ही अखाड़ों में कुल संक्रमित संतों की संख्या 78 पहुंच गई है।

हरिद्वार के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर एस के झा ने बताया कि शुक्रवार को जनपद में 592 नए संक्रमित पाए गए। इनमें रुड़की इंजीनियरिंग कॉलेज में 15, शिवालिक नगर में सात, आरसीआई रुड़की में सात, मतबलपुर में पांच, जूना अखाड़े में चार, निर्मोही अखाड़े में एक, निर्मल अखाड़े में एक, महानिर्वाणी अखाड़े में एक कोविड संक्रमित मिला है। स्वास्थ्य विभाग ने निरंजनी अखाड़े में 300 संतों की जांच की थी। राज्य सीमा और मेला क्षेत्र में 182 श्रद्धालु कोविड संक्रमित मिले हैं।

उधर, शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा कि शासनादेश के अनुसार, कुम्भ मेला 30 अप्रैल तक संचालित होगा। उन्होंने सभी से सामाजिक दूरी बनाए रखने और मास्क लगाने का भी अनुरोध किया है।

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