पीएम मोदी के करीबी माने जाते हैं एके शर्मा, योगी कैबिनेट में मिल सकती जगह  

जानिए कौन हैं एके शर्मा, जिन्हें योगी कैबिनेट में जगह देने की चर्चा जोरों पर

लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं. इसके साथ ही वह प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बन जाएंगे, जो 5 साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा सत्ता संभालेंगे. मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों के साथ ही शपथ लेंगें. मंत्रियों को लेकर कई नाम पर चर्चा की जा रही है और उन नामों में एक नाम रिटायर्ड आईएएस अफसर का भी है, जिनका नाम है एके शर्मा है. अगर एके शर्मा कैबिनेट में शामिल होते हैं तो यूपी कैबिनेट में यह एक और बड़ा नाम जुड़ गया है.

ऐसे में जानते हैं कि आखिर एके शर्मा कौन हैं और क्यों एके शर्मा को इस कैबिनेट में बड़ा नाम माना जा रहा है. तो जानते हैं कि आखिर एके शर्मा कौन हैं और अभी तक उनका राजनीतिक करियर कैसा रहा है.

जानें कौन हैं एके शर्मा?

एके शर्मा का पूरा नाम अरविंद कुमार शर्मा है. शर्मा का जन्म 11 अप्रैल 1962 को हुआ और वह भूमिहार ब्राह्मण समुदाय से आते हैं. एके शर्मा मूलरुप से मऊ जिले के रहने वाले हैं और उन्होंने पॉलिटिकल साइंस, फिलोसफी, एकोनॉमिक्स में फर्स्ट क्लास से ग्रेजुएशन की है. इसके अलावा शर्मा ने पॉलिटिकल साइंस में मास्टर की है. बता दें  ऑस्ट्रेलिया से मास्टर ऑफ पब्लिक पॉलिसी व अमेरिका से स्ट्रक्चरिंग टैरिफ की ट्रेनिंग भी ली है.

पीएम मोदी के एके शर्मा है करीबी

एके शर्मा गुजरात कैडर के 1988 बैच के आईएएस अफसर हैं और उन्हें पीएम मोदी के लगभग माना जाता है. दरअसल शर्मा 2001 से 2013 तक गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय व 2014 से 2020 तक पीएमओ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी सहयोगी अधिकारी के तौर पर काम कर चुके हैं. वह  2014 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली आए थे और यहां उन्हें संयुक्त सचिव बनाया गया था. सेवानिवृत्त होने से पहले वह पीएमओ में ही अतिरिक्त सचिव थे. अरविंद कुमार शर्मा की टाटा नैनो को गुजरात लाने, राज्य में निवेश व वाइब्रेंट गुजरात समिट के आयोजनों में इनकी भूमिका अहम रही थी.

भाजपा से ज्यादा पुराना नहीं है नाता

बता दें कि वैसे एके शर्मा का भाजपा से नाता ज्यादा पुराना नहीं है, क्योंकि उन्होंने जनवरी 2021 में ही बीजेपी का दामन थामा था. इसके बाद कयास लगना शुरू हो गए थे कि एके शर्मा को जल्द ही कोई बड़ा पद दिया जा सकता है. हालांकि, बताया जाता है कि उनकी सीएम योगी के साथ केमिस्ट्री ज्यादा ठीक नहीं है. राजनीतिक में कदम रखने की वजह से एके शर्मा स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति हुए थे.

मंत्री बनने की चर्चा जोरों पर

बता दें जनवरी 2021 में भाजपा जॉइन करने पर माना गया कि उन्हें जल्द ही विधान परिषद भेजा जा सकता है और ऐसा ही हुआ. उन्हें एमएलसी बनाकर विधानपरिषद भेजा गया. इसके बाद एके शर्मा को यूपी का उपाध्यक्ष बनाया गया था. फिर पिछले साल जून 2021 में काफी चर्चा हुई थी कि एके शर्मा को यूपी कैबिनेट में जगह मिल सकती है.

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