जानिए कोरोना को लेकर क्या है विशेषज्ञों को राय

देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से अपना पैर पसार रहा है लोग इस बात का इंतजार कर रहे हैं यह कोरोना वायरस लोगों का शहर प्रदेश और देश को छोड़कर कब जाएगा, वहीं दूसरी तरफ वैज्ञानिक भी इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है

कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि अभी आने वाले समय में कोरोना का और भी प्रचंड रूप देखा जा सकता है और उस वक्त करोना अपने पीक पर होगा, कई विशेषज्ञों का मानना है कि मई महीने के शुरुआती हफ्तों में कोरोना वायरस अपनी पिक पर रहेगा, वही कुछ विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि लोगों के लगातार मूवमेंट की वजह से इसकी स्थिति बदल भी सकती है और कोरोना वायरस अपनी पिक पर मई महीने के बीच में होगा, फिलहाल आपको बता दें कि विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया है कि महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली के बाद अब उत्तर प्रदेश में मई महीने मे दूसरे हफ्ते के आसपास हर दिन 1.9 लाख से अधिक मामले दर्ज हो सकते हैं. मई के मध्य में कोरोना के चरम पर होने की संभावना है. इस दौरान रोजना 5 से 6 लाख के करीब केस देश मे आ सकते हैं.

देश इस समय कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहा है. पिछले कुछ दिनों से रिकॉर्ड 3 लाख से ज्यादा कोरोना केस रोजाना आ रहे हैं. इस बीच दावा किया गया कि कोरोना का पीक अभी आना बाकी है. अगले महीने यानी मई में कोरोना का कहर चरम पर होगा. यही नहीं महाराष्ट्र के बाद अब दिल्ली और यूपी कोरोना के बड़े हॉटस्पॉट होंगे.

केंद्र की ओर से हाईलेवल बैठक में, जिसमें खुद पीएम नरेंद्र मोदी और सभी राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद थे, कहा गया कि भारी आबादी वाले राज्य ‘विशेष जोखिम’ में हैं और मौजूदा गंभीर स्थिति से निपटने के लिए राज्यों के पास स्वास्थ्य सेवाओं का बुनियादी ढांचा पर्याप्त नहीं है.

विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया है कि महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली के बाद अब उत्तर प्रदेश में मई महीने के अंत तक हर दिन 1.9 लाख से अधिक मामले दर्ज हो सकते हैं. मई के मध्य में कोरोना के चरम पर होने की संभावना है. इस दौरान रोजाना 6 लाख के करीब केस देश मे आ सकते हैं. हालांकि, जून-जुलाई तक मामले कम हो सकते हैं. बताया गया कि मई 5 तक उत्तर प्रदेश में और भी अधिक केस रोजना आने की संभावना है. इसी दौरान महाराष्ट्र में 99,665 और दिल्ली में 67,134 केस से भी ज्यादा आने की संभावना है. साफ तौर पर उत्तर प्रदेश कोरोना का बड़ा हॉटस्पॉट हो सकता है.

यूपी में ऑक्सीजन के साथ आइसोलेशन बेड की रोजना कमी लगभग 16,752 हो सकती है. जबकि ICU बेड 3061 तक कम हो सकते है. और कम से कम 1538 वेंटिलेटर की आवश्यकता होगी. दिल्ली में भी 16,061 ऑक्सीजन बेड, 2877 आईसीयू बेड और 1450 वेंटिलेटर की रोजना कमी होगी. दिल्ली पहले से ही ऑक्सीजन, बेड्स आदि की किल्लत चल रही है.

इस दौरान यह भी बताया गया कि ऑक्सीजन की उपलब्धता में प्रति दिन 3,300 मीट्रिक टन की वृद्धि हुई है. केंद्र ने कहा है कि अधिक कोरोना केस वाले जिले लॉकडाउन लगा सकते हैं. मगर देखना यह होगा कि विशेषज्ञों और केंद्र से मिली अनुमानित डाटा की जानकारी के अनुसार इन प्रदेश के मुख्यमंत्री कौन सा फैसला लेते हैं और कब तक अपने प्रदेश की जनता को सारी सुविधाएं दे पाते हैं।

Related Articles

Back to top button