बड़ी खबर: RSS नेता के खिलाफ मामला दर्ज, हिन्दू संगठनों में आक्रोश.. जानिए किस वजह से हुआ मुकदमा ?

कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में आरएसएस नेता कल्लडका प्रभाकर भट पर भड़काऊ भाषण देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। यह भाषण 12 मई को बंटवाल तालुक के कवलपदुरु गांव में आयोजित एक श्रद्धांजलि सभा के दौरान दिया गया था, जिसमें लगभग 500 लोग उपस्थित थे। पुलिस ने इस भाषण को समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने वाला और सार्वजनिक शांति भंग करने वाला बताया है।
“यह भावनात्मक श्रद्धांजलि सभा नहीं” – RSS नेता कल्लडका प्रभाकर भट
भट ने अपने भाषण में कहा, “यह एक भावनात्मक श्रद्धांजलि सभा नहीं है, बल्कि यह एक प्रतिशोधात्मक श्रद्धांजलि सभा होनी चाहिए। आप केवल एक फोटो को फूल चढ़ाकर नहीं जा सकते, यह यहीं समाप्त नहीं हो सकता, यह हजारों वर्षों की लड़ाई है।”
इस भाषण के दौरान, उन्होंने कांग्रेस-नीत राज्य सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप भी लगाया।
समुदायों के बीच दुश्मनी बढ़ा सकते हैं ऐसे बयान
बंटवाल ग्रामीण पुलिस स्टेशन ने कल्लडका प्रभाकर भट के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 353(2) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार, भट ने अपने भाषण में ऐसे बयान दिए जो समुदायों के बीच दुश्मनी बढ़ा सकते हैं और कानून-व्यवस्था की स्थिति को प्रभावित कर सकते हैं।
भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया
भाजपा के राज्य महासचिव वी. सुनील कुमार ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह दक्षिण कन्नड़ और उडुपी जिलों में ‘पुलिस राज’ स्थापित करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार हिंदू संगठनों को निशाना बना रही है और नफरत फैलाने वाले भाषणों के नाम पर एकतरफा कार्रवाई कर रही है।
भाजपा युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष नंदन मल्ल्या ने भी इस कार्रवाई की निंदा की और इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस हिंदू कार्यकर्ताओं को डराने-धमकाने का प्रयास कर रही है और यह लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।
हिंदू संगठनों को निशाना बनाने का आरोप
आरएसएस नेता पर मामला दर्ज होने के बाद भाजपा और अन्य हिंदू संगठनों ने सरकार पर पक्षपात और हिंदू संगठनों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है। यह मामला राज्य में राजनीतिक और सामाजिक तनाव को और बढ़ा सकता है।