Corona Kappa Variant: कोरोना के कप्पा वेरिएंट ने बढ़ाई चिंता, जानें इससे बचाव के तरीके!

कोरोना के कप्पा वेरिएंट ने बढ़ाई चिंता, जानें इसके लक्षण और बचाव के तरीके

Corona Kappa Variant डेल्टा के बाद डेल्टा प्लस लेम्बडा और अब कप्पा वेरिएंट के कुछ मामले भारत में भी देखे जा रहे हैं। राजस्थान में कोरोना वायरस के कप्पा वेरिएंट से संक्रमित 11 मरीज़ मिले हैं। जानें इसके लक्षण और बचाव के तरीके।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Corona Kappa Variant: कोरोना वायरस महामारी को डेढ़ साल हो गया है और इस दौरान इसके नए-नए वेरिएंट्स यानी रूप करोड़ों लोगों को बीमार कर चुके हैं और लाखों लोगों की जान भी ले चुके हैं। भारत में अप्रैल-मई के दौरान कोरोना के डेल्टा वेरिएंट ने कोहराम मचाकर रख दिया था। फिर लोगों और सरकार की मदद से धीरे-धीरे इसे कंट्रोल किया गया। मामले अब ज़रूर कम हुए हैं, लेकिन कोरोना के नए रूपों ने एक्सपर्ट्स और लोगों की चिंता बढ़ा दी है।

डेल्टा के बाद डेल्टा प्लस, लेम्बडा और अब कप्पा वेरिएंट के कुछ मामले भारत में भी देखे जा रहे हैं। राजस्थान में कोरोना वायरस के कप्पा वेरिएंट से संक्रमित 11 मरीज़ मिले हैं। राज्य के चिकित्सा मंत्री ने बताया कि जीनोम अनुक्रमण के बाद इन मामलों की पुष्टि हुई है। चिकित्सा मंत्री ने बताया कि हालांकि कप्पा वेरिएंट, डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले कम घातक है।

क्या है कप्पा वेरिएंट

कोरोना वायरस लगातार नए-नए वेरिएंट के ज़रिए विज्ञान और विज्ञानिकों को चुनौती दे रहा है। डेल्टा की तरह कप्पा भी कोरोना वायरस का डबल म्यूटेंट यानी दो बदलावों से बना है। इसे B.1.617.1 के नाम से भी जाना जाता है। वायरस के इन दो म्यूटेशन्स को E484Q और L453R के वैज्ञानिक नामों से जाना जाता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह कोई नया वेरिएंट नहीं है, यह काफी समय से मौजूद है।

कप्पा वेरिएंट के लक्षण

कप्पा के लक्षण भी बाकी सभी वेरिएंट लक्षणों जैसे ही हैं। इसमें बुखार, लंबे समय तक खांसी होना, सिर दर्द, शरीर में दर्द, मुंह का सूखना, सुगंध और स्वाद का महसूस न होना आदि शामिल हैं। कई मामलों में शुरुआत में शरीर पर चकत्ते भी देखने को मिले हैं। इसके अलावा आंखों और नाक से पानी आना भी लक्षण के तौर पर देखा गया है।

ऐसे करें कप्पा वेरिएंट बचाव

– घर से बाहर निकलते वक्त डबल मास्क लगाएं।

– घर से बाहर होने पर सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करते रहें।

– ज़रूरी हो तभी घर से निकलें।

– घर से बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना न भूलें।

– हाथों को करीब 20 सेकेंड के लिए दिन में कई बार अच्छे से धोएं।

– बाहर से लाए हुए सामान को डिसइंफेक्ट ज़रूर करें।

– बाहर से आने के बाद नहाएं।

– घर की ऐसी सतह जो कई बार इस्तेमाल होती है, उसे डिसइंफेक्ट करें।

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