Viral Video: कांवड़ यात्रा में लड़कियों का अश्लील डांस वायरल, सोशल मीडिया पर लोगों ने मचा दिया बवाल !

सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें कांवड़ यात्रा जैसे धार्मिक आयोजन के दौरान भगवा वस्त्र पहने दो महिलाएं मंच पर डांस करती नजर आ रही हैं। इस वीडियो को लेकर इंटरनेट पर जबरदस्त बहस छिड़ गई है—लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या यह आस्था है या उसका उपहास?
वीडियो में क्या है?
वीडियो में देखा जा सकता है कि एक पुल पर बड़ी संख्या में लोग जमा हैं। बड़े वाहन पर बने मंच को फूलों और झंडों से सजाया गया है, जिनमें भगवा झंडे भी दिखाई दे रहे हैं। दो महिलाएं भगवा रंग की पोशाक पहनकर डांस कर रही हैं, जबकि आसपास मौजूद लोग उन्हें देख रहे हैं और मोबाइल से वीडियो बना रहे हैं।
“ये कैसे भक्त हैं?”—वायरल हुआ सवाल
इस वीडियो पर हिंदी में एक टेक्स्ट ओवरले किया गया है—”ये कैसे भक्त हैं 😡😡”, जिससे यह साफ होता है कि वीडियो शेयर करने वाले ने इस आयोजन और उसमें हो रहे प्रदर्शन को लेकर नाराजगी जताई है। सोशल मीडिया पर लोगों का मानना है कि धार्मिक आयोजनों में इस प्रकार की अश्लीलता आस्था का मजाक उड़ाने के बराबर है।
क्या है वीडियो की सच्चाई?
हालांकि सोशल मीडिया पर इसे कांवड़ यात्रा 2025 का बताया जा रहा है, लेकिन इस वीडियो की तारीख या स्थान की पुष्टि नहीं हो पाई है। न ही यह स्पष्ट है कि वीडियो वाकई कांवड़ यात्रा से ही जुड़ा हुआ है या किसी अन्य स्थानीय मेले या जुलूस का हिस्सा है।
NewsNasha इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता।
कांवड़ यात्रा में बढ़ती अव्यवस्था पर उठते सवाल
सोशल मीडिया पर कुछ लोगों का कहना है कि “हर साल कांवड़ यात्रा के दौरान धार्मिक आस्था और अनुशासन के बीच की सीमाएं धुंधली होती जा रही हैं। जहां एक तरफ श्रद्धालु भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए लंबी यात्रा करते हैं, वहीं दूसरी ओर इस तरह की घटनाएं यात्रा की गरिमा पर सवाल खड़े करती हैं।”
सोशल मीडिया पर बंटा जनमत
ट्विटर (अब एक्स), इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर यह वीडियो खूब शेयर किया जा रहा है। कुछ लोग इसे युवाओं की आस्था का नया रूप बता रहे हैं, तो कई लोग धार्मिक आयोजनों के नाम पर हो रही फूहड़ता को लेकर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।
धार्मिक आयोजनों की मर्यादा पर बहस
यह वीडियो भले ही अभी अस्पष्ट हो कि कहां और कब का है, लेकिन यह एक जरूरी बहस को जन्म दे रहा है—क्या धार्मिक आयोजनों में अनुशासन और मर्यादा की सीमाएं टूट रही हैं? क्या भगवा रंग केवल एक परिधान बनकर रह गया है?