योगी की पुलिस पर भड़के BJP नेता, कहा – “यहां पैसा दो, तभी काम होता है”, प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खोली पोल

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं। भाजपा के मंडल अध्यक्ष सुमित तिवारी और वरिष्ठ कार्यकर्ता बिट्टू परिहार ने कमिश्नर से मिलकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि थानों में कार्यरत पुलिस अधिकारी आम जनता तो दूर, भाजपा नेताओं की भी कोई सुनवाई नहीं करते।
थानेदारों पर लगाया घूस लेकर काम करने का आरोप
सुमित तिवारी ने आरोप लगाया कि कानपुर के अधिकतर थानेदार तभी किसी काम को अंजाम देते हैं, जब उन्हें आर्थिक लाभ हो। उन्होंने कहा, “बिना पैसे लिए कोई भी काम नहीं किया जाता। कई बार क्षेत्रीय कार्यकर्ता थानों में जाते हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं होती।”
भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ हो रहा अन्याय: बिट्टू परिहार
भाजपा के कार्यकर्ता बिट्टू परिहार ने भी इस मामले में अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन भाजपा के जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। उन्होंने बताया कि कई बार छोटे-छोटे मामलों के लिए कार्यकर्ताओं को थानों के चक्कर काटने पड़ते हैं, लेकिन बिना पैसा दिए कुछ नहीं होता।
कमिश्नर से की लिखित शिकायत, जल्द कार्रवाई की मांग
दोनों नेताओं ने इस मामले को लेकर कमिश्नर को एक लिखित शिकायत पत्र भी सौंपा है। उन्होंने मांग की है कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ तत्काल जांच होनी चाहिए और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जाए। यह भी कहा गया कि यदि प्रशासन ने इस पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की, तो वे आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
भाजपा की छवि पर भी असर डाल रहा है पुलिस का रवैया
भाजपा नेताओं ने यह भी कहा कि पुलिस अधिकारियों का ऐसा रवैया केवल जनता का ही नहीं, बल्कि पार्टी की छवि को भी नुकसान पहुंचा रहा है। थानों में हो रहे भ्रष्टाचार के चलते भाजपा कार्यकर्ताओं को जवाब देना मुश्किल हो गया है।
पुलिस की चुप्पी सवालों के घेरे में
इस पूरे मामले पर अब तक किसी पुलिस अधिकारी की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन भाजपा नेताओं की ओर से लगाए गए इन आरोपों ने कानपुर पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जनता और पार्टी कार्यकर्ता अब प्रशासन की अगली कार्रवाई की प्रतीक्षा कर रहे हैं।