Video: “नाम जान लो, भागने का रास्ता नहीं मिलेगा” इंस्पेक्टर की दबंगई.. ग्रामीणों को धमकाया..

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के सचेंडी थाना क्षेत्र में बिजली की समस्या को लेकर धरना दे रहे ग्रामीणों पर पुलिसिया कार्रवाई ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया है। वायरल वीडियो में सचेंडी के इंस्पेक्टर दिनेश सिंह बिष्ट ग्रामीणों को धमकाते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा—”नाम जान लो, भागने का रास्ता नहीं मिलेगा। रोज ही भागोगे बिना लाइट के।”
इस घटना के बाद 300 ग्रामीणों के खिलाफ हाईवे जाम की कोशिश करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।
चार दिन से नहीं थी बिजली, सबस्टेशन पर बैठा था धरना
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सचेंडी के धरमंगदपुर गांव में पिछले चार दिनों से बिजली सप्लाई ठप थी। जब बार-बार शिकायत के बावजूद भी आपूर्ति बहाल नहीं हुई, तो ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। शनिवार रात सैकड़ों ग्रामीण सचेंडी सबस्टेशन पहुंचकर धरने पर बैठ गए। इनका आरोप था कि उमस भरी गर्मी में छोटे बच्चे तक तड़प रहे हैं, लेकिन प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है।
वायरल वीडियो में इंस्पेक्टर की धमकी
धरने की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे सचेंडी इंस्पेक्टर दिनेश सिंह बिष्ट ने ना केवल ग्रामीणों को धमकाया, बल्कि नाम पूछकर उन्हें पहचानने और बाद में ‘देख लेने’ तक की बात कही।
उनकी धमकी का वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसमें वे कहते दिखे—
“धमरमंगदपुर का रास्ता नहीं मिलेगा, बता दे रहे हैं, पहचान लो… भागने का रास्ता नहीं मिलेगा।”
जब नाम के पीछे बिष्ट लिखा हो तो आदमी अपने आप को मुख्यमंत्री समझने ही लगता है!
ऊपर से हाथ में थाना का चार्ज हो तब गर्मी कपार में क्यों ना चढ़ जाए.? सही तो कह रहा भागे भागे फिरोगे नाम पढ़ लो भाई दिनेश सिंह बिष्ट लिखा है!
इनपर कमिश्नरी भी कोई कार्यवाही नही कर पाती ये वही है… pic.twitter.com/fILjP28zZY
— Gaurav Kushwaha-Journalist (@Newscopgaurav) July 20, 2025
सरकारी संपत्ति को नुकसान का आरोप, केस दर्ज
इतना ही नहीं बल्कि, रविवार को सचेंडी सबस्टेशन के SSO रविंद्र सिंह की तहरीर पर 250 से 300 अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया। आरोप है कि इन लोगों ने सबस्टेशन परिसर में तोड़फोड़ की और कर्मचारियों को धमकाया, जिससे बिजली आपूर्ति ठप हो गई। पुलिस ने इसे सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की साजिश बताया है।
समाजवादी पार्टी का तंज— “बिजली मांगना अब अपराध है”
घटना के वीडियो वायरल होने के बाद समाजवादी पार्टी ने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा—
“जनता का शोषण कर रही योगी सरकार की पुलिस। कानपुर सचेंडी पावर हाउस पर 4 दिन से बिजली नहीं आ रही, शिकायत करने पहुंची जनता को इंस्पेक्टर ने दी धमकी। बेहद शर्मनाक… भाजपा सरकार में बिजली मांगना भी अपराध है।”
पहले भी विवादों में रह चुके हैं इंस्पेक्टर बिष्ट
सचेंडी के इंस्पेक्टर दिनेश सिंह बिष्ट का नाम कोई नया नहीं है। वह पहले भी अपने कर्मचारी से अभद्रता के ऑडियो को लेकर चर्चा में आ चुके हैं। यहां तक कि 2022 के सीसामऊ उपचुनाव के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने चुनाव प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग की थी, जिसके बाद चुनाव आयोग ने तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की थी।
पुलिस का पक्ष— हाईवे जाम की कोशिश की गई
ACP पनकी शिखर ने बताया कि सबस्टेशन के अधिकारियों ने जानकारी दी थी कि 250 से 300 अज्ञात लोगों ने तोड़फोड़ की और कर्मचारियों को धमकाया। साथ ही नेशनल हाईवे को जाम करने की भी कोशिश की गई। भीड़ को समझाने का प्रयास किया गया लेकिन वे नहीं माने, जिसके बाद रिपोर्ट दर्ज की गई।