हैवानियत ! 4 साल की बच्ची से दुष्कर्म.. चिल्लाने पर कुचल दिया उसका सर, मुँह में ठूंस दिए पत्ते.. हालत नाजुक

कानपुर, घाटमपुर में मंगलवार, 10 जून शाम को एक 4 वर्षीय मासूम के साथ भयावह घटना सामने आई। स्थानीय युवक ने उसे चॉकलेट लुभाकर मजार के पीछे लेकर गया और फिर दुष्कर्म की कांड को अंजाम देते हुए उसकी चीख सुनने पर पत्थरों से सिर कुचलने का प्रयास किया। बच्ची गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिली और फिलहाल हैलट मेडिकल कॉलेज, कानपुर में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है। घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है और न्याय की मांग जोर पकड़ चुकी है।
घटनास्थल और प्रारंभिक जानकारी
घटना कानपुर नगर ज़िले के घाटमपुर थाना क्षेत्र में स्थित जवाहर नगर मोहल्ले की है। पीड़िता पास की दुकान पर खेल रही थी तब आरोपी ने उसे बहला-फुसलाकर मज़ार के पास ले गया । इसके बाद आरोपी घटनास्थल से भाग गया, मानकर कि बच्ची बेहोश या मर चुकी है।
अस्पताल में प्राथमिक उपचार और उपचार स्थिति
ग्रामीणों को बच्ची लहूलुहान अवस्था में मिली। उन्होंने आनन-फानन में उसे घाटमपुर CHC में भर्ती कराया और प्राथमिक उपचार के बाद “Green Corridor” व्यवस्था के माध्यम से कानपुर जिला अस्पताल और अंततः हैलेट मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया । बच्ची की हालत गंभीर बनी हुई है। उसके सिर और चेहरे पर गहरे जख्म हैं तथा शरीर पर कई चोटें हैं ।
पुलिस की सक्रियता और आरोपी की तलाश
बच्ची के पिता ने मामले में तहरीर दे दी है, जिसके आधार पर पुलिस ने POCSO और IPC की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की है । डीसीपी (दक्षिण) दीपेन्द्र चौधरी ने घटनास्थल और अस्पताल पहुंचे अधिकारियों को बताया कि आरोपी को पकड़ने हेतु पुलिस टीम गठित कर दी गई है । थाना प्रभारी, एसीपी, फोरेंसिक टीम सहित कई टीमें आखिरी जानकारी जुटा रही हैं और आरोपी की पहचान पर जोर दे रही हैं ।
प्रत्यक्षदर्शियों और परिजन की प्रतिक्रिया
बच्ची की मां ने कहा, “मेरी बच्ची सामान लेने दुकान गयी थी, जब वह लौट नहीं आई तो हमने दुकानदार से पूछा”। पिता ने आरोप लगाया कि आरोपी की कोई बड़ी दुश्मनी नहीं थी, किंतु नशे की आदत के चलते उसपर शक जताया जा रहा है । मां ने अपील की है कि “ऐसे दरिंदों को फांसी की सजा हो” ।
कानूनी कार्रवाई की दिशा
पुलिस द्वारा IPC और POCSO के तहत केस दर्ज किया गया है। आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी के लिए चल रही कठोर खोज तेज़ कर दी गई है। पुलिस कमिश्नर और डीसीपी ने मेडिकल कॉलेज में जाकर बच्ची की हालत देखी और अधिकारियों को सीरियस दिशा में आदेश दिए ।