काशी में कान्हा का ओलंपिक अवतार, बांसुरी नहीं इसके साथ मन रहा जन्मोत्सव

वाराणसी. कहते हैं कि धर्मनगरी काशी (Kashi) का अंदाजा निराला है और अपने अनूठे अंदाज के लिए ही काशी पूरी दुनिया में विख्यात है. ये अनूठा अंदाज इस बार कृष्ण जन्मोत्सव (Krshna Janmashtami) में भी देखने को मिल रहा है. ओलंपिक में इस बार भारत की शानदार जीत का असर मुरली मनोहर कान्हा के जन्मोत्सव पर भी देखने को मिल रहा है. भारत की जीत की खुशी में कान्हा तिरंगे की ड्रेस में कहीं हॉकी खेलते नजर आ रहे हैं तो कहीं भाला फेंकते. आमतौर पर जिस बंशीधर के हाथों में मुरली दिखती थी, उसके हाथ में भाला दिख रहा है. शिव नगरी काशी में इस बार कान्हा का ओलंपिक अवतार सबका मन मोह रहा है.

महिलाएं और खासकर बच्चे कान्हा के इस नए अवतार को काफी पसंद कर रहे हैं. तिरंगे की ड्रेस में सजे धजे कान्हा इस बार हॉकी, बैडमिंटन और भाला लेकर अवतार लेंगे. लोगों की डिमांड का आलम ये है कि दुर्गागुंड की कान्हा मुकुट भंडार में अब तक 25 हजार से ज्यादा पीस बिक चुके हैं और अभी भी इस अवतार की मांग बनी हुई है. शिल्पकार गणेश बताते हैं कि इस बार लोगों की डिमांड थी कि जिस तरीके से बरसों बाद हमारे देश के खिलाड़ियों ने ओलंपिक में भारत के लिए पदक जीते, उसको देखकर इस बार उनका मन है कि उनके कान्हा इस अवतार में नजर आएं. किसी ने भाला की डिमांग रखी तो कोई हॉकी और बैडमिंटन के साथ कान्हा को देखना चाहता था. इसलिए लोगों की डिमांड पर हमने हॉकी, भाला और बैडमिंटन लिए कान्हा तैयार किए.

इन तीन अवतारों की विशेष डिमांड
गणेश बताते हैं कि हम लगातार हॉकी, भाला तैयार करा रहे हैं ताकि लोगों की मांग पूरी हो सके.  दुकान पर हॉकी और भाला वाले कान्हा खरीदने पहुंची पूजा केजरीवाल ने कहा कि मैंने जब से ये अवतार देखा है, मन मोहित हो गया है. मैने कान्हा के तीनों अवतार खरीदे हैं. खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन इससे बेहतर तरीके से नहीं हो सकता है.

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