कमलनाथ क्यों बोले कि , “अब मैं आराम करना चाहता हूं”

 

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के आराम करने के बयान के बाद से प्रदेश की सियासत में हलचल तेज हो गई है। कमलनाथ ने छिंदवाड़ा की एक रैली में कहा कि मुझे किसी पद का लालच नहीं है और मैंने बहुत कुछ हासिल किया है। अब मैं आराम करना चाहता हूं।
हालांकि कमलनाथ ने यह भी कहा कि अगर छिदवाड़ा की जनता चाहेगी तो मैं सेवा करने के लिए तैयार हूं। कमलनाथ के इस बयान के बाद के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। एक तो यह कि अगर कमलनाथ राजनीति से सन्यास लेते हैं तो प्रदेश में कांग्रेस की कमान किसके हाथ होगी। दूसरी बात क्या कमलनाथ अपने बेटे नकुलनाथ के लिए सियासी जमीन तैयार कर रहे हैं। तीसरी प्रमुख बात यह है कि क्या कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाना चाहती है। इन बातों से ऐसा लगता है कि ​अगर कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व उन्हें पद से हटाना चाहता है तो उससे पहले ही वो राजनीति से बाहर होने की बात कह दें।
सूत्रों के मुताबिक अगले कुछ महीनों में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्णकालिक अध्यक्ष की नियुक्ति हो जाएगी उसके बाद प्रदेशों में भी बड़े स्तर पर बदलाव के संकेत हैं। इस क्रम में मध्य प्रदेश में भी प्रदेश अध्यक्ष को बदले जाने की प्रबल संभावना है। इन संभावनाओं के बीच ही कमलनाथ ने साफ कर दिया कि उन्हें पद का लालच नहीं है।

कमलनाथ नहीं तो फिर कौन

मध्य प्रदेश में कमलनाथ की जगह कौन प्रदेश अध्यक्ष होगा इसकी भी सुगबुगाहट शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष की रेस में जहां कई दिग्गज नेता कतार में हैं वहीं कांग्रेस किसी नए और जुझारू चेहरे को सामने ला सकती है। पार्टी के पूर्व वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिधिंया के भाजपा में शामिल होने के बाद अब प्रदेश में कई नए नामों को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। देखना यह है कि अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर कमलनाथ के बाद कौन चेहरा होगा।

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