यूपी में ट्रिपल मर्डर का चौंकाने वाला खुलासा, बसपा का बड़ा नेता और दामाद गिरफ्तार.. निकली यह वजह !

उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में रविवार रात हुई एक सनसनीखेज वारदात ने पूरे इलाके को दहला दिया। सिरकोनी थाना क्षेत्र के कचर्गांव अंडरपास के पास किरायेदारी विवाद के चलते एक ही परिवार के तीन लोगों—पिता और उसके दो बेटों की हथौड़े और लोहे की रॉड से निर्मम हत्या कर दी गई। पुलिस ने मामले में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व जिलाध्यक्ष और उनके दामाद को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बसपा नेता के बेटे पर ₹25,000 का इनाम घोषित किया गया है। घटना के बाद पुलिस महकमे में भी हलचल मच गई है, और लापरवाही बरतने के आरोप में एसओ समेत तीन पुलिसकर्मी निलंबित कर दिए गए हैं।
किरायेदारी विवाद और पारिवारिक रंजिश
जानकारी के अनुसार, मृतक लालजी (55) वर्ष 2018 से पलटू राम के मकान में अपना कारखाना चलाते थे। इस दौरान किरायेदारी को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया था, जो अब कोर्ट में विचाराधीन है। इसी विवाद के साथ निजी रंजिश ने भी तूल पकड़ लिया। पिछले साल लालजी का बेटा गुड्डू, पलटू राम की बेटी को भगा ले गया था, जिस पर केस दर्ज हुआ था। इन्हीं कारणों के चलते वारदात को अंजाम दिया गया।
हत्या की रात: हथौड़े और रॉड से तीनों की हत्या
रविवार की शाम लालजी अपने दोनों बेटों गुड्डू (33) और यादवीर (25) के साथ अपने कारखाने में जेसीबी और वेल्डिंग मशीनों की मरम्मत का काम कर रहे थे। देर शाम तक तीनों के घर न लौटने पर गुड्डू की पत्नी सरिता देवी ने कॉल किया, लेकिन किसी का फोन नहीं उठा। रातभर कोई सूचना न मिलने पर उन्होंने अपने भाई देवेंद्र कुमार को जानकारी दी। सुबह करीब 5 बजे जब देवेंद्र कारखाने पहुंचे, तो अंदर का नजारा देख वह घबरा गए। उन्होंने तुरंत स्थानीय व्यक्ति की मदद से पुलिस को सूचना दी।
वारदात के बाद सीसीटीवी डीवीआर ले गए हमलावर
पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। अंदर कमरे में तीनों के शव खून से लथपथ हालत में पड़े थे। मृतकों के सिर पर लोहे की रॉड और हथौड़े से हमला किया गया था। घटनास्थल से कोई धारदार हथियार नहीं मिला, लेकिन यह बात सामने आई कि हमलावर जाते समय सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर भी उखाड़ कर ले गए, जिससे साफ है कि वारदात सुनियोजित थी।
पुलिस की कार्रवाई: पूर्व बसपा नेता व दामाद गिरफ्तार, बेटा फरार
एसपी डॉ. कौस्तुभ कुमार ने मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपी पलटू राम (पूर्व बसपा जिलाध्यक्ष) और उनके दामाद नागमणि को गिरफ्तार कर लिया है। पलटू राम का बेटा गोलू फरार है, जिस पर ₹25,000 का इनाम घोषित किया गया है। इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस की आठ टीमें गठित की गई हैं जो आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही हैं।
पुलिस महकमे में भी गिरी गाज: तीन निलंबित
मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है। इसी को ध्यान में रखते हुए जफराबाद थाने के प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश यादव, हल्का प्रभारी धनुषधारी पांडेय और सिपाही रामनरेश को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
अंतिम संस्कार: जेल से पैरोल पर आए बेटे ने दी मुखाग्नि
तीनों शवों को पोस्टमार्टम के बाद रामघाट श्मशान घाट ले जाया गया, जहां शाम 7:30 बजे अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि लालजी के तीसरे बेटे जिलाजीत ने दी, जो एक साल से जेल में बंद था। उसे विशेष अनुमति (पैरोल) पर अंतिम संस्कार के लिए बाहर लाया गया था।
हाईवे जाम की तीन बार कोशिश
घटना के बाद मृतकों के परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने घटनास्थल के पास तीन बार हाईवे जाम करने की कोशिश की, लेकिन मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत कराया और न्याय का भरोसा दिलाया।
मेहनतकश परिवार की दुखद कहानी
मृतक लालजी का कारखाना ‘लालजी भइया इंजीनियरिंग एंड इलेक्ट्रिकल्स’ नाम से चल रहा था। यहां जल निगम के पाइपों पर चूड़ी पेरने, वेल्डिंग और जेसीबी मरम्मत का काम होता था। उनके दोनों बेटे भी इसी काम में सहयोग करते थे। यह परिवार मेहनत करके जीवनयापन करता था, लेकिन निजी रंजिश और कानून की ढिलाई ने तीन जिंदगियां छीन लीं।
न्याय की प्रतीक्षा में परिवार
यह घटना न केवल जौनपुर बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश को झकझोरने वाली है। सवाल यह भी उठता है कि यदि पुलिस ने समय पर संवेदनशील विवाद को गंभीरता से लिया होता, तो शायद आज तीन जानें बचाई जा सकती थीं। अब पीड़ित परिवार को न्याय की उम्मीद है और समाज को एक चेतावनी—कानूनी रास्ते के बजाय हिंसा का चयन केवल विनाश को जन्म देता है।