जयपुर : सरकार विस सत्र बुलाकर संवैधानिक तरीके से किसानों को सशक्त करने का काम करेगी- सीएम गहलोत

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी किसानों की आय दुगुनी करने का वादा करके सत्ता में आई थी, लेकिन वे इस वादे को पूरा नहीं कर सकती, इसलिये कृषि और कृषि व्‍यापार से संबंधित तीन विवादित कानून बनाकर किसानों को उद्वेलित करना चाहती है ताकि अपनी असफलता का ठीकरा कांग्रेस व विपक्ष पर फोड़ा जा सके। उन्‍होंने कहा कि हम विधानसभा का सत्र बुलाकर उस पर सार्थक चर्चा करके संवैधानिक तरीके से किसानों को सशक्त करने का काम करेंगे।

गहलोत शनिवार को जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित प्रदेश स्तरीय किसान सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। उन्‍होंने केन्‍द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के दौर में तीन काले कानून लाये गये, ऐसी क्या इमरजेंसी थी जो इस वैश्विक महामारी के दौर में यह काले कानून लाने पड़े। मण्डियों के व्यापारी, किसानों व राज्य सरकारों की बिना राय लिये यह काले कानून लाये गये हैं। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार से जब राज्य के हक का जीएसटी का पैसा मांगा जाता है तो राज्य को कर्ज लेकर काम चलाने के लिये कह दिया जाता है। केन्द्र की भाजपा सरकार को आर्थिक नीतियों की समझ नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चीन सीमा में घुसकर हिन्दुस्तान की भूमि पर कब्जा कर रहा है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि ना कोई घुसा है और ना ही कोई पोस्ट उसके कब्जे में है। उन्होंने कहा कि देश की सरहदों पर चीन हमला कर रहा है, ऐसे हालात में केन्द्र सरकार ये काले कानून क्यों लाई है। उन्होंने कहा कि अधिनियमों में समर्थन मूल्‍य के बारे में कोई चर्चा नहीं की गई है।

गहलोत ने कहा कि उन्होंने कहा कि पूरे देश में किसान उद्वेलित हैं, हम चाहते हैं कि राहुल गांधी राजस्थान में आकर किसानों की आवाज को और अधिक बुलन्द करे। कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने कहा कि कृषि राज्यों का विषय है इसके लिये हम विधानसभा का सत्र बुलाकर उस पर सार्थक चर्चा करके संवैधानिक तरीके से किसानों को सशक्त करने का काम करेंगे।

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी से मजदूर, कामगार, गृहणी, छोटे व मध्यम व्यापारी की कमर तोडऩे का काम भाजपा की केन्द्र सरकार ने किया। उन्होंने कहा कि इन कानूनों की आड में उद्योगपति किसानों के खाद्यान्नों की औने-पौने दामों पर खरीद करेंगे एवं आम उपभोक्ता को अपनी मनमर्जी से कई गुना मुनाफे में बेचकर खाद्यान्न सुरक्षा पर भी हमला बोला जायेगा।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं राजस्थान सहप्रभारी तरूण कुमार ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार के शासन के दौरान देश में छोटे व मध्यम व्यापारी, गरीब, वंचित एवं किसानों को कुचला जा रहा है।

सम्मेलन को कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, किसान प्रतिनिधि रिद्धकरण लोमरोड, जैविक कृषि एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष अतुल गुप्ता, माकपा विधायक बलवान पूनियां, आधुनिक कृषक भंवर सिंह शेखावत पीलीबंगा, युवा कवि लोकेश चारण ने भी सम्बोधित किया।

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