जींद में इनेलो की सम्मान दिवस रैली:फारूक अब्दुल्ला, बादल और केसी त्यागी

बोले-क्षेत्रीय दलों को इकट्‌ठा कर राजनीति बदलने का समय, BJP नेता बीरेंद्र सिंह को पहनाई हरी पगड़ी

जींद महारैली में मंच पर बैठे प्रकाश सिंह बादल, ओमप्रकाश चौटाला, केसी त्यागी और अन्य।

पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की 108वीं जयंती पर जींद की नई अनाज मंडी में इनेलो ने सम्मान दिवस रैली की। रैली में शिरकत करने के लिए जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, अकाली दल सुप्रीमो प्रकाश सिंह बादल, जेडीयू नेता केसी त्यागी मंच पर पहुंचे। सभी नेता कुछ देर इनेलो सुप्रीमो ओपी चौटाला के साथ रेस्ट हाउस में रुके और उसके बाद रैली स्थल पर आए। मंच से सभी नेताओं ने कहा कि देश में क्षेत्रीय दलों को इकट्‌ठा कर भारतीय राजनीति को बदलने का समय आ गया है।

चौटाला बोले- पांचवें आंदोलन में भी किसान ही जीतेंगे

पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला ने कहा कि अब तक चार किसान आंदोलन हो चुके हैं और चारों में किसानों की जीत हुई। अब पांचवां आंदोलन है, इसमें भी किसानों की ही जीत होगी। उन्होंने किसानों से चौधरी देवी लाल के नक्शे कदम पर चलने की अपील की। साथ ही कहा कि सभी क्षेत्रीय दलों से बात कर भाजपा की नीतियों के बारे में प्लानिंग की जाएगी। चौटाला ने कहा कि हरियाणा में जब चुनाव होंगे तो सरकार बनने पर आपके सभी दुख, तकलीफ दूर करने का प्रयास करेंगे। कांग्रेस ने साजिश और षड्यंत्र कर उन्हें जेल पहुंचाया और फिर दुष्प्रचार किया कि अब चौटाला जेल में ही मरेगा। ऐसा नहीं हुआ। आपके बीच आया हूं और अब सरकार फिर डरी हुई है। एलानाबाद की सीट खाली है। नियम तो खाली विधानसभा सीट पर 6 महीने में चुनाव करवाने का है लेकिन सरकार हार के डर से चुनाव नहीं करवा रही। आखिर बकरे की मां कब तक खैर बनाएगी। उन्होंने दावा किया कि सीट पर उनका ही प्रत्याशी जीतेगा।

जींद रैली में डांस करती महिलाएं।

बादल ने चौटाला से कहा- हर राज्य में जाएं
पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि देवीलाल में कुर्बानी का जज्बा बहुत था। जब भी देश को जरूरत पड़ी उन्होंने आगे आकर कुर्बानी दी। पहले देश की आजादी के लिए और फिर इमरजेंसी के दौरान संघर्ष किया। उनका एक ही उद्देश्य रहा कि देश के किसान और ग्रामीण तरक्की करें। बादल ने मंच पर विराजमान नेताओं से अपील की देश को आगे बढ़ाने के लिए रीजनल पार्टियों को इकट्‌ठा करें। उन्होंने इसके लिए बीरेंद्र सिंह और केसी त्यागी का नाम लिया। उन्होंने कहा मुझ में हिम्मत नहीं है लेकिन मैं चौटाला से अपील करता हूं कि देश के हर राज्य में जाएं और चौधरी देवीलाल की तरह तीसरा मोर्चा तैयार करें।

पंजाब की राजनीति पर कसा तंज
बादल ने कहा कि जनता अपने एरिया की पार्टी को ही प्राथमिकता दे, क्योंकि वह ही आपकी समस्याओं को जानते हैं। अब दिल्ली में बैठे नेताओं ने पंजाब में चार सीएम बदल दिए। उन्हें जनता की तकलीफ का क्या पता होगा जिन्हें सीएम और मंत्री के योग्य नेता का ही नहीं पता।
चौधरी देवीलाल को पुष्पांजलि अर्पित करते पंजाब के पूर्व सीएम बादल।

जींद का होने के नाते बीरेंद्र सिंह ने किया सबका स्वागत
पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा, मैं जींद जिला का होने के नाते सभी महमानों व वरिष्ठ नेताओं का स्वागत करता हूं। जींद की धरती पर कार्यक्रम का आयोजन करने वालों का धन्यवाद करता हूं। उन्होंने कहा कि चौधरी छोटूराम ने किसानों की लड़ाई लड़ी और चौधरी देवीलाल ने उसे आगे बढ़ाया। संघर्ष की बात करते हैं, लेकिन ये एक दिन में पैदा नहीं होता, इसके लिए सदियां लग जाती हैं। चौधरी देवीलाल ने जो किया वो भारत के इतिहास में दर्ज है। इसलिए हमें उनसे प्रेरणा लेनी चाहए। 60 साल तक कांग्रेस ने लड़ाई लड़ी लेकिन जब महात्मा गांधी ने नेतृत्व किया ताे आजादी मिली। 1976 और 77 में नौजवानाें की क्रांति आई तो उसमें जयप्रकाश नारायण नेता बन कर उभरे। किसानों के अधिकारों की जो लड़ाई है उसके लिए भी कोई देवदूत आएगा। ऐसा पल आएगा और ऐसी परिस्थिति पैदा होगी जब किसान कहेगा लग जाओ इसके साथ और फिर कामयाबी मिलेगी।
कोई भाईचारे को तोड़ेगा तो जवाब देंगे
हरियाणा ने पुरानी सभ्यता को बनाकर रखा है, हमारे भाईचारे को जो खराब करना चाहते हैं उनका मुंह तोड़ जवाब देंगे। कार्यक्रम के संबंध में चौटाला ने पहली बार निमंत्रण दिया बोले- बीरेंद्र भाई जरूर आना। इन्हें लगा कि भाजपा का है पता नहीं आएगा भी। उन्होंने कहा कि 1977 में जब चौधरी देवीलाल ने कहा था कि बोलो तुम्हें क्या चाहिए, तुझमें चौधरी छोटूराम का खून है। मैं कांग्रेस में था, मैंने कहा अगर बुलाएंगे तो जरूर आउंगा, नहीं बुलाएंगे तो नहीं आउंगा।

जींद रैली को संबोधित करते भाजपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री बीरेंद्र सिंह।

हम सब चाहते हैं कि भारत आगे बढ़े

जम्मू कश्मीर के पूर्व CM फारूक अब्दुल्ला ने कहा, हम सब चाहते हैं कि भारत आगे बढ़े। मैं हरियाणा का सम्मान करता हूं। यहां के खिलाड़ियों को सलाम करता हूं जिन्होंने देश का सिर ऊंचा किया। उनकी माताओं को नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि देश में जब भी कोई तूफान आया तो चौधरी देवीलाल ने उसे खत्म करने का काम किया। यहीं से उन्होंने यात्रा शुरू की थी और आज भी देश मुश्किल में है। किसान किसी का हुकूम नहीं चाहता, किसी का हक नहीं चाहता, सिर्फ अपने खिलाफ बने कानूनों तो बदलने की लड़ाई लड़ रहा है।

पंडाल ने खड़े होकर किया स्वागत

वहीं भाजपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री बीरेंद्र सिंह दोपहर 2:46 बजे मंच पर पहुंचे। पूरे पंडाल ने खड़े होकर स्वागत किया। इनेलो नेता अभय चौटाला ने मंच से उतर कर बीरेंद्र सिंह का स्वागत किया। हलका अध्यक्ष ने बीरेंद्र सिंह को हरी पगड़ी पहनाई। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री एचडी. देवगौड़ा पैर में चोट लगने के कारण कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाए। जनता दल (यू) के महासचिव केसी त्यागी ने सबसे पहले रैली के आयोजकों को धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि अब से ठीक 35 साल पहले इसी शहर में देवीलाल के नेतृत्व में रैली हुई थी। उसने मुल्क की राजनीति को नई दिशा दी थी। आज फिर वही समय है जब देश की राजनीति को बदलने का समय है।

जींद रैली को संबोधित करते हुए जदयू नेता केसी त्यागी।

त्यागी ने कहा कि हरियाणा से बाहर 154 सांसद जनता दल से जीतकर आए थे। इनमें से 100 से ज्यादा देवीलाल के संपर्क में रहे। बिहार, यूपी, उड़ीसा और राजस्थान के अलावा हरियाणा-पंजाब के सांसद शामिल रहे। तब नारा दिया था, “लाल किले पर बोलेगा, किसान पूरा तोलेगा।’ जो कौम अपने पुरखों को भूल जाती है, उसका कभी भला नहीं होता। देवीलाल की कलम चली तो यूपी बिहार के CM बनते थे। पांच गर्वनर भी उन्होंने दिए। आज तो आपको गांव की प्रधानी के लाले पड़े हैं। उन्होंने कहा कि रैली में नीतीश कुमार खुद शामिल होना चाहते थे। लेकिन कोरोना और बाढ़ के चलते असम और बिहार के छह जिलों में घर से बाहर आना भी मुश्किल है। इसीलिए वे मजबूर रहे। उन्होंने मेरे माध्यम से वादा किया है कि जिस दिन भी किसी मुसीबत में बुलाएंगे वह तैयार मिलेंगे।

ताऊ की जयंती पर तीसरे मोर्चे की कवायद
सबसे पहले प्रकाश सिंह बादल 1.55 बजे रैली में पहुंचे। उनके बाद केसी त्यागी और फारूक अब्दुल्ला 2.03 बजे पहुंचे। उनके बाद ही 2.06 बजे ओमप्रकाश चौटाला ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस महारैली से जहां इनेलो तीसरे मोर्चे के गठन को लेकर सक्रियता दिखा रहा है वहीं अपने राजनीतिक वजूद को भी मजबूती देने की तैयारी में हैं। पंजाब के पूर्व सांसद जगमीत बराड ने कहा कि चौ. देवीलाल के 108वें प्रकाश दिवस पर आने का मौका मिला। जींद के ऐतिहासिक मैदान में कहता हूं कि जब प्रधानमंत्री पद के नाम का हार चौधरी देवीलाल के गले में डाला गया था तो उन्होंने इसे वीपी सिंह के गले में डाल दिया था। उस समय सेंटर हॉल में मैं मौजूद था। वह ऐसे कद्दावर नेता थे जिन्होंने प्रधानमंत्री पद भी ठुकरा दिया था।

अभय ने कहा- मौजूदा सरकार से कैसे छुटकारा मिले, यह बताने ही दिग्गज यहां आए
रैली में अभय सिंह चौटाला ने कहा कि कैसे मौजूदा सरकार से छुटकारा मिले ये बताने के लिए आपके बीच में देश के अलग-अलग कोने से कई बड़े नेता पहुंचे हैं। देश के किसान अलग-अलग बॉर्डरों पर अपने घर-बार छोड़कर बैठ कृषि कानून को खत्म करवाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने जनता से अपील की आप किसानों को दोनों हाथ खड़े कर ये जता दो जब तक तीनों काले कानून रद्द नहीं होंगे तब तक इनेलो कार्यकर्ता अपना काम छोड़ किसानों का सहयोग करते रहेंगे। इसके बाद जनता ने मिलकर कहा कि हम नए कृषि कानून बदलना चाहते हैं।

जींद की नई अनाज मंडी में इनेलो की रैली में जुटी महिलाएं।

इनेलो राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम सिंह राणा ने कहा कि चौ. देवीलाल पहले गांव-गांव जाकर लोगों को इकट्ठा कर बोलते थे। इससे उन्होंने राजनीति को नई दिशा दी। सभी बिरादरी के लोगों को साथ लेकर विकास करवाना है। बुजुर्ग की तरफ इशारा कर चौधरी देवीलाल कहते थे – बाबा जिंदा रहिए मैं आपकी पेंशन लगवाउंगा। आज उनकी लगवाई पेंशन बढ़कर 2500 रुपए हो गई है और 27 लाख परिवारों के बुजुर्गों को पेंशन मिल रही है। राणा ने कहा कि आज किसान भाई तीन कानूनों से परेशान हैं। इन कानूनों को कांग्रेस ने बनाया था। हमारे नेता ओमप्रकाश चौटाला ने बेकसूर होते हुए भी जेल की यातना सही। किसानों के आंदोलन को मजबूत करने के लिए अभय चौटाला ने अपने विधायक पद से त्याग दे दिया। पूर्व कृषि मंत्री के बेटे गगनजोत ने संबोधन में कहा कि भाजपा सरकार में आम आदमी ठगा सा महसूस कर रहा है। पहले सरकार आपके द्वार का काम किया जाता था। अब ऐसा नहीं है। मौजूदा सरकार ने लोगों के मुंह से ही कहलवा दिया है कि ये सरकार दोबारा नहीं बनेगी।

पूर्व मंत्री राजकुमार सैनी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आज सम्मान दिवस के रूप में चौ. देवीलाल का जन्मदिवस मना रहे हैं। उन्होंने इतने काम किए हैं कि जनता भूल नहीं सकती। आज की सरकार ने जो भी वादे किए है उनमें से एक भी पूरा नहीं किया। हरियाणा को अलग पहचान दिलवाने वाले देवीलाल रहे हैं, मैं उन्हें सच्ची श्रद्धाजंलि अर्पित करता हूं। वहीं, कर्ण चौटाला ने रैली में कहा कि हम जींद के हैं। जींद के बिना रह नहीं सकते और जींद वाले म्हारे बिना नहीं रह सकते। इसलिए यहां रैली का आयोजन किया है।

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