इंदौर में चूड़ी बेचने वाले मुसलमान शख़्स पर भी एफ़आईआर, पोक्सो के तहत केस- जानिए पूरा मामला

मध्यप्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर में चूड़ी बेचने वाले एक मुसलमान शख़्स को कथित तौर पर मज़हब की वजह से पीटा गया और धमकी दी गई कि चूड़ी बेचने हिंदुओं के इलाक़े में न आया करें.

बाद में इस मामले में एफ़आईआर दर्ज की गई लेकिन फिर मारपीट के इस मामले में अब पुलिस ने जिस लड़के की पिटाई हुई है उस पर पॉक्सो एक्ट, छेड़छाड़ और 420 समेत 9 धाराओं में मामला दर्ज किया है.

वहीं इस मामले में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने भी संज्ञान लिया है.

अल्पसंख्यक आयोग ने इस मामले में इंदौर के कलेक्टर को नोटिस करते हुए पूछा है कि अल्पसंख्यक शख़्स को धर्म पूछकर बहुसंख्यक इलाक़े में उसके आने पर हमला क्यों किया गया?

एआईएमआईएम नेता असदुद्दी ओवैसी ने भी इस पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने लिखा कि अब पुलिस ने तस्लीम के ख़िलाफ़ ही एफ़आईआर दर्ज कर दी है. साथ ही उन्होंने ये भी लिखा कि एमपी के गृह मंत्री भी खुल कर अपराधियों के लिए बहाने बना रहे हैं.

क्या हुआ था रविवार को?

रविवार की देर शाम सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में मौजूद शख़्स का नाम तस्लीम है और वो उत्तर प्रदेश के हरदोई के रहने वाले हैं. वो चूड़ियां बेचने के लिए इंदौर आते रहे हैं. इंदौर पुलिस ने रविवार देर रात इस घटना पर मामला दर्ज कर लिया है.

लेकिन मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का दावा है कि वह व्यक्ति हिंदू नाम रखकर चूड़ियाँ बेचता था. मंत्री के मुताबिक़ चूड़ी बेचने वाले के पास से दो फ़र्ज़ी आधारकार्ड भी मिले हैं.

वायरल वीडियो में जो दिख रहा है उसके मुताबिक एक व्यक्ति तस्लीम का बैग चेक कर रहा है और चूड़ियों को बाहर निकाल रहा है और कह रहा है कि ‘बहन बेटियों आओ और सब ले जाओ’.

उसी वीडियो में तस्लीम को यह कहते हुए धमकी दी जा रही है कि ‘आज के बाद किसी भी हिंदू क्षेत्र में मत दिख जाना.’

इस दौरान कई लोग तस्लीम को मारते हुए भी देखे जा सकते हैं. एक आवाज़ आती है कि ‘मुसलमान है’. वीडियो में गालियाँ भी दी जा रही हैं.

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद कुछ लोग देर रात सेंट्रल कोतवाली इलाक़े में पहुँच गए और कार्रवाई की माँग करने लगे.

पुलिस एफ़आईआर में क्या लिखा है?

पुलिस पहले तो कहती रही कि इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है, इसलिए मामला दर्ज नहीं किया गया है. लेकिन बाद में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया.

पुलिस ने अपनी एफ़आईआर में लिखा है कि “तस्लीम अली जब गोविंद नगर थाना बाणगंगा क्षेत्र में चूड़ियां बेचने गए थे तो 5-6 लोग आए और उनका नाम पूछा और जब उन्होंने नाम बताया तो लोगों ने मारना शुरू कर दिया. उन लोगों ने तस्लीम के पास मौजूद 10,000 रुपये नक़द और मोबाइल फ़ोन भी छीन लिए. इसके साथ ही उनका आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज़ भी ले लिए गए. साथ ही लगभग 25,000 हज़ार रुपये का माल जिसमें चूड़ियां शामिल थीं लूट लिया गया.”

एफ़आईआर के मुताबिक़ तस्लीम को मज़हब के आधार पर गालियां दी गईं और उन्हें मारा पीटा गया.

इंदौर पूर्व के पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी ने बताया कि “वायरल वीडियो मामले में एफ़आईआर की जा चुकी है. इस मामले में 14 धाराएं आईपीसी की लगाई गईं हैं. इसमें एफ़आईआर अज्ञात पर की थी. पुलिस के पास वीडियो था जिसे देखकर पुलिस ने तीन मुख्य अभियुक्तों की पहचान की है. इन लोगों ने बाक़ी को उकसाया.”

उन्होंने बताया, “दो अभियुक्तों को राउंड अप (गिरफ़्तार) कर लिया गया है और तीसरे को भी ट्रेस किया जा चुका है. बाक़ी लोगों को भी देखा जा रहा है और उनकी भी गिरफ़्तारी की जाएगी.”

साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि, “थाने में भीड़ इकठ्ठा करने वाले लोगों पर भी मामला दर्ज किया गया है. तीन नामज़द लोगों और 25-30 अज्ञात पर मामला दर्ज किया गया है.”

तस्लीम पर पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज

हालांकि सोमवार को इस मामले में पुलिस ने तस्लीम अली पर पॉक्सो एक्ट, छेड़छाड़ और 420 समेत 9 धाराओं में मामला दर्ज किया और बताया कि उसकी तलाश शुरू कर दी गई है.

पुलिस के मुताबिक़, तस्लीम के ख़िलाफ़ एक नाबालिग़ लड़की ने शिकायत की कि तस्लीम ने उसके साथ छेड़छाड़ की थी.

राज्य के गृह मंत्री का क्या कहना है?

भोपाल में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पत्रकारों से कहा, “वो हिंदू नाम से वहाँ सामान बेच रहा था. वो दूसरे समुदाय से था. इसी तरह के दो आधार कार्ड भी मिले हैं. बेटियों को बहुओं को सावन के दिन चूड़ियां पहनाने की हमारे यहां ज़्यादा परंपरा है. वहां से विवाद शुरू हुआ था और उसके बाद दोनों पक्षों पर कारवाई हुई.”

राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून लगाने की मांग

कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी ने राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसके लिए ज़िम्मेदार लोगों पर पर कार्रवाई करने की माँग की है.

इमरान प्रतापगढ़ी ने ट्वीट किया, “ये वीडियो अफ़ग़ानिस्तान का नहीं बल्कि आज के इंदौर का है, शिवराज चौहान जी के सपनों के मध्यप्रदेश में एक चूड़ी बेचने वाले मुसलमान का सामान लूट कर सरेआम भीड़ से लिंचिंग करवाई जाती है. नरेंद्र मोदी जी क्या यही भारत बनाना चाहते थे आप? इन आतंकियों पर कार्रवाई कब?”

वहीं सुप्रीम कोर्ट के एक वकील एहतेशाम हाशमी का कहना है कि इस मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून (एनएसए) लगाया जाना चाहिए.

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान पर उन्होंने कहा कि अगर वह व्यक्ति हिंदू नाम से वहां चूड़ियां बेच रहा था तो फिर उनका असली नाम कैसे पता चला और अगर उनके पास दो आधार कार्ड थे तो उस पर कार्रवाई पुलिस को करना चाहिए न कि लोगों को.

उन्होंने कहा, “उसे मारने का हक़ किसी को भी नहीं है. इस मामले में एनएसए के तहत कार्रवाई करने का प्रयास किया जा रहा है.”

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