फिर बढ़ेगा कोरोना विस्फोट का खतरा? तीसरी लहर के खतरे के बीच 10 राज्यों में खुल रहे स्कूल

देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य केरल में सरकार स्कूलों को खोलने पर विचार कर रही है। हर दिन राज्य में 30 हजार से ज्यादा नए केस मिल रहे हैं, लेकिन इस बीच बुधवार को हुई एक मीटिंग में पिनराई विजयन को एक्सपर्ट्स ने सुझाव दिया कि यह वक्त स्कूलों को खोलने का है। गुरुवार को भी राज्य में 32,097 नए केस मिले हैं और 188 लोगों की मौत हो गई है। केरल देश का अकेला ऐसा राज्य नहीं है, जहां स्कूलों को खोलने पर विचार हो रहा है। उसके अलावा उत्तर प्रदेश, दिल्ली, तमिलनाडु जैसे राज्यों में 1 सितंबर से स्कूल खुल चुके हैं। हालांकि राज्य सरकारों की ओर से स्कूलों को खोलने के लिए प्रोटोकॉल जारी किया गया है। फिर भी तीसरी लहर की आहट के बीच स्कूलों का खुलना चिंता बढ़ा सकता है। आइए जानते हैं, किन राज्यों में खुल चुके हैं स्कूल और कहां है चर्चा…

उत्तर प्रदेश में खुल गए हैं स्कूल

योगी आदित्यनाथ सरकार ने स्कूलों को 1 सितंबर से खोल दिया है। दो शिफ्टों में स्कूलों को खोला जा रहा है। पहली शिफ्ट सुबह 8 बजे से सुबह 11 बजे तक रहती है और फिर दूसरी शिफ्ट 11:30 बजे से 1:30 रहती है। हालांकि अभी बच्चों की मौजूदगी काफी कम रह रही है। यूपी में 9 से 12 के बच्चों के लिए 16 अगस्त से ही स्कूल खोल दिए गए थे। इसके बाद 23 अगस्त से 6 से 8 तक वालों की क्लासेज शुरू हुई थीं। इसके बाद 1 सितंबर से सभी के लिए स्कूलों को खोल दिया गया है। सभी स्कूलों में गेट पर ही थर्मल स्कैनिंग करने और मास्क को अनिवार्य करने को कहा गया है। इसके अलावा हर क्लास में सैनिटाइजर रखे गए हैं।

दिल्ली में भी 1 सितंबर से शुरू हुईं क्लासेज

राजधानी दिल्ली में 9वीं से 12वीं तक के बच्चों के लिए 1 सितंबर से क्लासेज शुरू हुई हैं। नियम तय किया गया है कि क्लासरूम में एक समय में कुल क्षमता के 50 फीसदी बच्चे ही रहेंगे। इसके अलावा टीचर्स के लिए टीका लगवाना जरूरी हो गया है। यही नहीं पैरेंट्स की मर्जी के बिना बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया जा सकता। हालांकि बारिश के चलते अभी कम ही बच्चे स्कूल जा रहे हैं।

तमिलनाडु में हॉस्टलों को भी खोलने का आदेश

तमिलनाडु में 9 से 12 तक के बच्चों के लिए स्कूलों को खोल दिया गया है। इसके अलावा 1 सितंबर से ही वर्किंग पुरुष और महिलाओं के लिए हॉस्टल भी खोल दिए गए हैं। गाइडलाइंस के मुताबिक स्कूल के पूरे स्टाफ का वैक्सीनेशन होना चाहिए। इसके अलावा दूसरे राज्यों से आने वाले छात्रों के लिए कंप्लीट वैक्सीनेशन और आरटीपीसीआर टेस्ट को अनिवार्य किया गया है।

त्रिपुरा में भी डबल शिफ्ट में चल रहे हैं स्कूल

त्रिपुरा सरकार ने छठी से 12वीं तक के बच्चों के लिए 1 सितंबर से स्कूलों को खोल दिया है। कई स्कूल डबल शिफ्ट में भी चल रहे हैं। इसके अलावा उन स्कूलों को एक ही शिफ्ट में चलाया जा रहा है, जहां पर्याप्त स्पेस है।

तेलंगाना में स्कूल आना अनिवार्य नहीं

तेलंगाना में भी स्कूलों को खोल दिया गया है, लेकिन हाई कोर्ट के आदेश के मुताबिक बच्चों का आना अनिवार्य नहीं है।

मध्य प्रदेश में पैरेंट्स से मंजूरी के बाद ही आ सकेंगे स्कूल

शिवराज सिंह चौहान सरकार ने मध्य प्रदेश में भी 1 सितंबर से 9वीं से 12वीं तक के बच्चों के लिए स्कूल खोल दिए हैं। हालांकि बच्चों को अपने पैरेंट्स से मंजूरी का लेटर लाना होगा कि वे उन्हें स्वेच्छा से स्कूल भेज रहे हैं। स्कूलों को 50 फीसदी की क्षमता के साथ खोला जा रहा है।

राजस्थान में स्कूल स्टाफ का टीकाकरण अनिवार्य

राजस्थान में 9वीं से 12वीं तक के बच्चों के लिए स्कू खुले हैं और हर रूम में 50 फीसदी की क्षमता के साथ ही बैठाया जा रहा है। टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ के लिए अनिवार्य किया गया है कि वे स्कूलों के शुरू होने से 14 दिन पहले कम से कम एक डोज वैक्सीन की ले चुके हों। स्कूलों के अलावा कॉलेजों और कोचिंग सेंटर्स को भी खोलने की परमिशन दी गई है।

पुडुचेरी में भी शुरू हुईं क्लासेज

पुडुचेरी में भी 1 सितंबर से ही 9 से 12 तक के बच्चों के लिए स्कूल खोले गए हैं। दो शिफ्टों में स्कूलों का संचालन किया जा रहा है।

हरियाणा में भी पैरेंट्स की मंजूरी के साथ ही आ सकते हैं स्कूल

हरियाणा में फिजिकल क्लासेज शुरू कर दी गई हैं। लेकिन बच्चों के लिए यह अनिवार्य किया गया है कि वे पैरेंट्स से परमिशन का लेटर लेकर आएं।

असम में स्कूल और कॉलेज खुलेंगे

असम सरकार ने 6 सितंबर से हायर सेकेंडरी स्कूलों के अलावा कॉलेजों को भी खोलने का फैसला लिया है। हालांकि एक सेक्शन में 30 से ज्यादा छात्रों की मौजूदगी की परमिशन नहीं होगी।

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