इलेक्शन के इतिहास में ऐसा एक पल जिसने सुर्खियां बटोर ली है!

ये नजारा देख दोनों पार्टियों के समर्थक उत्साह में झूमने लगे।

किसी जमाने में बशीर बद्र की कुछ लाइनें थी कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलेगा तपाक से, यह नए मिज़ाज का शहर है जरा फासले से मिला करो, अभी राह में कई मोड़ हैं कोई आएगा कोई जाएगा। शायद उत्तर प्रदेश की राजनीति में यह लाइनें काफी मायने रखती हैं कुछ ऐसी ही घटना बुलंदशहर के जहांगीराबाद में देखने को मिली जब दो पार्टी के बड़े नेता आमने-सामने अपनी पार्टी का प्रचार करते हुए दिखे।

जहांगीराबाद की जनता भी उस ऐतिहासिक पल की गवाह बनी जब अपनी पार्टी के प्रत्याशी के लिए समर्थन जुटाने पहुंची प्रियंका गांधी का रोड शो अखिलेश-जयंत के रथ के सामने आ गया। यह देखकर पुलिसकर्मियों के पसीने छूट गए।हालांकि, दोनों पार्टियों के नेताओं ने बड़ी ही शालीनता के साथ एक-दूसरे का अभिवादन किया।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के जहांगीराबाद में अनूपशहर बस स्टैंड के पास आज प्रचार के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का काफिला और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव व जयंत चौधरी का चुनावी रथ वाहन आमने-सामने हो गए। इस दौरान दोनों ने एक दूसरे का शिष्टाचार से अभिवादन किया और यह दृश्य कैमरे में कैद हो गया।

दोनों रुक गए और फिर एक दूसरे की ओर हाथ हिलाया। ये नजारा देख दोनों पार्टियों के समर्थक उत्साह में झूमने लगे। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। अब दोनों ही बड़े नेताओं का ये अंदाज चर्चा का विषय बन गया है
गौरतलब है कि प्रियंका गांधी, गुरुवार को बुलंदशहर में रेप पीड़िता के परिजनों से भी मिलीं और उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। वहीं रालोद नेता जयंत चौधरी ने बुलंदशहर में विजय रथ यात्रा के दौरान कहा कि सभी की संवेदनाएं परिवार के साथ हैं। और उन्हें न्याय मिलना चाहिए।महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी सरकार की प्राथमिकता होगी।हम पुलिस सुधारों को सुधारने और लाने के लिए समर्पित हैं।
उधर सपा नेता अखिलेश यादव ने कहा कि दुख है कि एक बहन के साथ ऐसी घटना हुई है।पुलिस को दोषियों को पकड़ना चाहिए, कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। सरकार पर सवाल है, सरकार कह रही है ज़ीरो टॉलेरेंस है, ज़ीरो टॉलेरेंस वाली सरकार में एक बहन के साथ ऐसी घटना हो गई।

कुमार गौरव न्यूज़ नशा लखनऊ।

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