गोवा में BJP को घेरेंगी ममता:रीजनल पार्टी के एक बड़े नेता को CM फेस बनाना चाहती है TMC,

लेकिन वे कांग्रेस का दे सकते हैं साथ

ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) गोवा में BJP को घेरने की तैयारी कर चुकी है। प्रशांत किशोर की संस्था आईपैक के करीब 200 मेंबर गोवा में पिछले एक महीने से एक्टिव हैं। वे जर्नलिस्ट, सिविल सोसायटी के साथ ही आम लोगों को फोन लगा रहे हैं, और उनके साथ बातचीत कर रहे हैं।

28 अक्टूबर को ममता बनर्जी गोवा पहुंच रही हैं, उसके पहले पूरे गोवा को उनके पोस्टरों से पाट दिया गया है। TMC गोवा में अपनी मजबूत प्रेजेंस दर्ज करवाना चाहती है। पार्टी पिछले कई दिनों से गोवा के पूर्व डिप्टी चीफ मिनिस्टर विजय सरदेसाई से संपर्क में थी।

उनकी प्रशांत किशोर से मीटिंग भी हो चुकी है। पार्टी चाहती थी कि, वे 28 अक्टूबर को ममता बनर्जी की मौजूदगी में TMC ज्वॉइन करें लेकिन उन्होंने अभी TMC ज्वॉइन करने पर कोई फैसला नहीं लिया है। सोर्सेज के मुताबिक, वे TMC के बजाए कांग्रेस के साथ अलायंस में चुनाव लड़ सकते हैं और बहुत जल्द इसकी घोषणा हो जाएगी।

गोवा में पिछले 10 साल से BJP सत्ता में है। इस बार BJP को चुनौती देने के लिए TMC, कांग्रेस और क्षेत्रीय पार्टियों के साथ ही अरविंद केजरीवाल की ‘आप’ भी मैदान में है। TMC 2012,2014 और 2017 में भी गोवा में चुनाव लड़ चुकी है, लेकिन एक भी बार उसका खाता नहीं खुला। हालांकि, इस बार जो सिनेरियो बन रहा है, उसमें ऐसी संभावनाएं बन रहीं हैं कि TMC गोवा विधानसभा में एंट्री ले सकती है।

TMC ने ऐन मौके पर एंट्री ली, फिर भी मजबूत नजर आ रही

2017 में TMC ने चुनाव के ऐन मौके पर गोवा में एंट्री ली थी और कांग्रेस से जो नेता नाराज थे, उन्हें टिकट दिया था। इस बार भी ऐसा ही हुआ। गोवा के सीनियर जर्नलिस्ट किशोर नाइक गांवकर के मुताबिक, TMC यदि वाकई में गोवा को लेकर गंभीर होती तो 2017 से ही संगठन बनाती और पूरे 5 साल राज्य में काम करती, लेकिन वो चुनाव के 3 महीने पहले एक्टिव हुई। इससे उसकी छवि आम लोगों में अच्छी नहीं बनी।

इसके बावजूद वो पहले से मजबूत नजर आ रही है, क्योंकि कांग्रेस पूरी तरह से बिखर चुकी है। 2017 में कांग्रेस के 17 विधायक थे, अब 4 बचे हैं और वो भी अलग-अलग दिशाओं में देख रहे हैं।

TMC ममता बनर्जी को लेकर ऐसा प्रचार कर रही है कि सिर्फ वही मोदी को दिल्ली में चुनौती दे सकती हैं, ऐसे में BJP से दूर जाने वाले लोग कांग्रेस के बजाए TMC के साथ खड़े हो सकते हैं। TMC के सांसद गोवा में लगातार सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि TMC को गोवा विधानसभा में एंट्री मिल सकती है और वो कांग्रेस की जगह अपोजिशन में आ सकती है।

TMC के सांसद लगातार गोवा का दौरा कर रहे हैं और प्रदर्शनों में शामिल हो रहे हैं।

सरदेसाई क्यों TMC में शामिल नहीं हो रहे

गोवा फॉरवर्ड पार्टी अध्यक्ष के अध्यक्ष और गोवा के पूर्व डिप्टी चीफ मिनिस्टर विजय सरदेसाई को TMC अपनी पार्टी में शामिल करना चाहती थी। सोर्सेज के मुताबिक, उनकी प्रशांत किशोर से मीटिंग भी हो चुकी थी, जिसके बाद वे TMC में शामिल होने वाले थे, लेकिन अब वे TMC ज्वॉइन नहीं कर रहे हैं।

दरअसल, प्रशांत किशोर उनकी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं कर रहे थे, बल्कि उन्होंने देसाई को TMC में शामिल होने के लिए राजी किया था। ये बात हुई थी कि, आप TMC से लड़ें और आपकी पार्टी को अलग से चुनाव लड़ने दें। किशोर से बातचीत के बाद सरदेसाई तैयार भी हो गए थे, लेकिन जब ये बात वायरल हुई तो इसका काफी विरोध होने लगा। इसलिए सरदेसाई ने अपने कदम वापिस खींच लिए।

इसके बाद कांग्रेस एक्टिव हो गई और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने सरदेसाई से गठबंधन में चुनाव लड़ने की बात कही। सोर्सेज के मुताबिक, दोनों के बीच प्रारंभिक बातचीत हो चुकी है। मंगलवार को कुछ सीनियर लीडर सोनिया गांधी से मिलने दिल्ली भी पहुंचे हैं, जल्द ही इस गठबंधन का ऐलान हो सकता है। इधर सरदेसाई के शामिल न होने से TMC की योजना पर फिलहाल पानी फिर गया है।

TMC को जीत के लिए लोकल लीडर की जरूरत

TMC को गोवा में ऐसे लीडर की तलाश है, जिसके चेहरे पर वो चुनाव जीत सके। अभी तक पार्टी को ऐसा कोई चेहरा मिला नहीं है। सोर्सेज के मुताबिक, BJP के भी कुछ असंतुष्ट नेताओं से बात जारी है।

यदि वे तैयार होते हैं चुनाव के पहले पार्टी उन्हें CM चेहरा बना सकती है। प्रशांत किशोर ये स्पष्ट कर चुके हैं कि, TMC चुनाव के पहले CM फेस अनाउंस करेगी। इसका फायदा ये होगा कि, जिस आदमी को CM फेस बनाया जाएगा, वो खुद मेहनत करेगा। जीत मिलती है तो उसे CM पद मिलेगा और TMC को एक राज्य में सत्ता मिलेगी।

सत्ता के लिए 21 सीटें जीतना जरूरी

गोवा विधानसभा में कुल 40 सीटें हैं। सत्ता में आने के लिए कम से कम 21 सीटें जीतना जरूरी है। 2017 में कांग्रेस ने 17, BJP ने 13 सीटें जीती थीं। सबसे बड़ी पार्टी बनने के बावजूद कांग्रेस सरकार नहीं बना सकी थी, क्योंकि BJP ने रीजनल पार्टियों के साथ मिलकर बहुमत हासिल कर लिया था। फिलहाल राज्य में कांग्रेस की हालत सुस्त है। आम आदमी पार्टी तीन साल से जमीन पर काम कर रही है, लेकिन जीत हासिल नहीं कर पा रही। ऐसे में ममता बनर्जी के चेहरे के जरिए TMC इस खाली जगह को भरना चाहती है।

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