आज का इतिहास:बोलीविया के जंगलों में चे ग्वेरा की हत्या हुई,

10 हजार किमी की मोटरसाइकिल यात्रा में गरीबी, भुखमरी को देखकर क्रांतिकारी बने

आज ही के दिन 1967 में क्यूबा के क्रांतिकारी चे ग्वेरा को गोली मार दी गई थी। चे को पूरी दुनिया में सत्ता विरोधी संघर्ष के प्रतीक के तौर पर जाना जाता है।

14 जून 1928 को अर्जेंटीना में चे ग्वेरा का जन्म हुआ था। उनका पूरा नाम अर्नेस्तो चे ग्वेरा था लेकिन लोग उन्हें प्यार से चे बुलाते थे। चे ने मेडिसिन की पढ़ाई की। वो चाहते तो डॉक्टर का पेशा अपनाकर आराम से अपनी जिंदगी गुजार सकते थे, लेकिन अपने आसपास भीषण गरीबी देखकर उन्होंने क्रांति का रास्ता चुना।

अपनी युवावस्था में ही चे ने मोटरसाइकिल से तकरीबन 10 हजार किलोमीटर की यात्रा की थी। इस दौरान वे दक्षिण अमेरिका के कई देशों में गए और उन्होंने भीषण गरीबी, मजदूरों की दुर्दशा और पूंजीवादी सत्ता का दमन देखा।

अपनी इस यात्रा पर चे ने एक डायरी भी लिखी थी, जिसे उनकी मौत के बाद ‘द मोटरसाइकिल डायरी’ के नाम से छापा गया। यात्रा से लौटते ही उन्होंने पूंजीवादी सत्ता के खिलाफ आवाज उठाने का फैसला कर लिया था।

इसी दौरान उनकी मुलाकात फिदेल कास्त्रो से हुई। दोनों ने मिलकर क्यूबा की तानाशाह सरकार को उखाड़ फेंकने की कसम खाई। उन्होंने गुरिल्ला लड़ाकों की एक फौज बनाई। धीरे-धीरे चे का आंदोलन तेजी पकड़ने लगा और साल 1959 में चे ने क्यूबा में तख्तापलट कर दिया।

फिदेल कास्त्रो के नेतृत्व में वहां कम्युनिस्ट सरकार बनी और चे को उद्योगमंत्री बनाया गया। 1959 में बतौर क्यूबा के उद्योगमंत्री चे भारत भी आए।

कुछ सालों में ही चे और कास्त्रो के बीच रूस और चीन के साथ संबंधों को लेकर मतभेद होने लगे। चे ने क्यूबा छोड़ दिया और दूसरे लैटिन अमेरिकी देशों में क्रांति करने निकल पड़े। कुछ समय वे कांगो में रहे उसके बाद बोलीविया आ गए।

इस दौरान सीआईए उनके पीछे पड़ी रही। बोलीविया के जंगलों से चे को गिरफ्तार कर लिया गया और 9 अक्टूबर 1967 को चे को गोली मार दी गई।

2012: लड़कियों की पढ़ाई के लिए आवाज उठाने पर मलाला को मारी गई थी गोली

मलाला यूसुफजई का जन्म 1999 में हुआ और 2009 में जब उन्होंने गुल मकई के नाम से बीबीसी उर्दू के लिए डायरी लिखनी शुरू की, तो वे सुर्खियों में आईं। यह डायरी बाहरी दुनिया के लिए थी, जिसमें वे स्वात घाटी में तालिबान के साए में जिंदगी बयां करती थीं। मलाला से चरमपंथी नाराज थे। इसी वजह से 2012 में 9 अक्टूबर को तालिबान ने मलाला को सिर पर गोली मार दी थी। हालत इतनी खराब थी कि कोमा में ही उसे इलाज के लिए यूके लेकर जाना पड़ा था।

2014 में उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उस समय वे सिर्फ 17 वर्ष की थीं।

कैलाश सत्यार्थी के साथ मलाला यूसुफजई। मलाला को कैलाश सत्यार्थी के साथ संयुक्त रूप से नोबेल पुरस्कार दिया गया था।

यह पुरस्कार हासिल करने वाली वे दुनिया की सबसे युवा हस्ती हैं। अब वे यूके में ही स्कूल चलाती हैं और मानवाधिकार को लेकर अपनी आवाज उठाती रहती हैं।

2006: गूगल ने यू-ट्यूब के अधिग्रहण की घोषणा की

गूगल ने 2006 में 9 अक्टूबर को ही घोषणा की थी कि वह 165 करोड़ डॉलर में यूट्यूब खरीद रहा है। आज इस यूजर जनरेटेड कंटेंट वीडियो प्लेटफॉर्म पर 200 अरब से ज्यादा लॉग-इन यूजर्स हर महीने आते हैं। हर रोज लोग एक अरब घंटे से ज्यादा वीडियो देखते हैं। अरबों व्यूज जनरेट करते हैं। यूट्यूब की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, 70 फीसदी यूट्यूब वॉच टाइम मोबाइल डिवाइस के जरिए आता है। कंपनी 100 से ज्यादा देशों के लिए इसका लोकल वर्जन लॉन्च कर चुकी है, यह करीब 80 भाषाओं में अवेलेबल है।

9 अक्टूबर के दिन को इतिहास में और किन-किन महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं की वजह से याद किया जाता है…

2012ः इराक में बम हमले में सौ से अधिक लोगों की मौत, 350 अन्य घायल।

2006: समता पार्टी की प्रमुख जया जेटली पर वर्ष 2000 में इजराइली कंपनी से करोड़ों रुपए के डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट में रिश्वत लेने का आरोप लगा।

2006ः बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम का निधन हुआ।

2005ः यूरोपीय उपग्रह ‘क्रायोसेट’ का प्रक्षेपण विफल।

1998ः पाकिस्तान की नेशनल असेंबली ने इस्लामी शरीयत कानून को देश का सर्वोच्च कानून बनाया।

1962ः अफ्रीकी देश युगांडा गणतंत्र बना।

1954ः अफ्रीकी देश अल्जीरिया में भूकंप से 1400 लोग मरे।

1945ः प्रसिद्ध सरोद वादक अमजद अली खां का जन्म।

1920ः अलीगढ़ का एंग्लो-ओरिएंटल कॉलेज अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में बदला।

1876ः पहली बार टेलीफोन पर आउटडोर वायर के माध्यम से दो-तरफा बातचीत हुई। यह बातचीत बोस्टन में रह रहे बेल और कैम्ब्रिज में रह रहे वॉटसन के बीच हुई।

1776ः अमेरिकी संसद ने आधिकारिक तौर पर देश का नाम यूनाइटेड कॉलोनी से बदलकर संयुक्त राज्य अमेरिका किया।

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