हिमाचल उपचुनाव: BJP की मुश्किलें बढ़ीं, नामांकन वापस नहीं लेंगे बागी चेतन बरागटा

शिमला. हिमाचल प्रदेश उपचुनाव में प्रत्‍याशियों के नाम वापसी का बुधवार को आखिरी दिन है.ऐसे में जुब्बल कोटखाई से भाजपा से बागी हुई चेतन बरागटा पर सबकी नजरें टिकीं हैं. सबके मन में यही सवाल है कि क्या चेतन बरागटा अपना नामांकन वापस लेंगे. दोपहर बाद तीन बजे तक स्थिति स्‍पष्‍ट हो जाएगी. सूत्रों का कहना है कि चेतन बरागटा नामांकन वापस नहीं लेंगे.

वहीं, अब पार्टी ने उन्हें निष्कासित करने की तैयारी कर ली है. भाजपा के बागी चेतन बरागटा से संपर्क टूटा हुआ और उनका फोन बंद है. सूत्रों का कहना है कि BJP ने उन्हें चेतावनी दी है कि नामांकन वापस नहीं लिया तो उ‌नका पार्टी से निष्कासन होगा.फिलहाल, चारों सीटों पर 18 प्रत्‍याशी चुनावी मैदान में हैं. लेकिन नजरें जुब्बल कोटखाई सीट पर है, क्योंकि यहां से भाजपा ने चेतन का टिकट काटकर नीलम सरैइक को दिया है. यहां कांग्रेस रोहित ठाकुर से मुकाबला है. रोहित दो बार यहां से विधायक रहे हैं. मंडी संसदीय सीट से छह प्रत्‍याशी मैदान में हैं.

मंडी में भाजपा के ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर, प्रतिभा सिंह कांग्रेस, मुंशी राम राष्ट्रीय जनक्रांति पार्टी, अंबिका श्याम राष्ट्रीय लोक नीति पार्टी, सुभाष मोहन स्नेही आजाद व अनिल कुमार भी आजाद मैदान में हैं. फतेहपुर में भी तिकोना मुकाबला है. यहां कांग्रेस के भवानी पठानिया, भाजपा के बलदेव ठाकुर और आजाद राजन सुशांत मैदान में हैं. अर्की विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के संजय अवस्‍थी और भाजपा के रत्‍न सिंह पाल में मुकाबला है. कांग्रेस के मुकाबले भाजपा इन तीनों सीटों पर ज्यादा परेशानी में है. क्योंकि यहां पर भाजपा का एक वर्ग पार्टी प्रत्याशियों के साथ नहीं है.

चेतन बरागटा पर लगीं सबकी निगाहें
जुब्बल-कोटखाई से भाजपा के बागी प्रत्याशी चेतन बरागटा पर सबकी नजर लगी हुई हैं. बताया जा रहा है कि बुधवार को उनका फोन नंबर स्विच ऑफ हो गया है, ताकि उनपर नाम वापस लेने का दवाब ना बनाया जा सके. अहम बात यह है कि चेतन को यहां से लोगों का काफी सर्मथन भी मिल रहा है. पिता की मौत के बाद मैदान में उतरे चेतन के साथ लोगों की हमदर्दी है और अहम बात यह है कि भाजपा ने उन्हें पहले मैदान में उतरने को कहा और बाद में उनका टिकट काट दिया.

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