केरल में बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य मंत्री ने कर्नाटक, तमिलनाडु में की कोविड स्थिति की समीक्षा

नई दिल्लीः केरल में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को कहा कि संक्रमण के अंतर-राज्यीय प्रसार को रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाये जाने चाहिए। उन्होंने कर्नाटक और तमिलनाडु से सीमावर्ती जिलों में टीकाकरण की गति बढ़ाने का आग्रह किया। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि बुधवार को कर्नाटक और तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ टेलीफोन पर बातचीत में, मंडाविया ने इन राज्यों में कोविड​​-19 स्थिति की समीक्षा की।

केरल में बढ़ते मामलों के कारण, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कर्नाटक और तमिलनाडु के उन क्षेत्रों में कोविड-19 प्रबंधन से संबंधित मामलों पर चर्चा की, जो केरल की सीमा से लगे हैं। बयान में कहा गया है कि कोविड​​-19 संक्रमण के अंतर-राज्यीय प्रसार को रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाने की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए मंडाविया ने कर्नाटक और तमिलनाडु के संबंधित स्वास्थ्य मंत्रियों से केरल की सीमा से लगे जिलों में टीकाकरण की गति बढ़ाने का अनुरोध किया। इसमें कहा गया है कि भारत सरकार कोरोना वायरस महामारी से निपटने में सबसे आगे रही है।

बयान में कहा गया है कि टीकाकरण महामारी से लड़ने के लिए पांच सूत्री (जांच, पता लगाना, उपचार और कोविड उपयुक्त व्यवहार सहित)रणनीति का एक महत्वपूर्ण घटक है। इस बीच मंडाविया ने देश में कोविड-19 से संबंधित आवश्यक दवाओं की आपूर्ति और उपलब्धता की समीक्षा की।

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि सभी आवश्यक दवाओं का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है। इन दवाओं के लिए कच्चा माल भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। बयान में कहा गया है कि आठ दवाओं के लिए रणनीतिक बफर स्टॉक बनाया गया है और ये सभी देश में उपलब्ध हैं। ये दवाएं टोसीलिजुमैब , मिथाइल प्रेडनिसोलोन, एनाक्सोपिरिन, डेक्सामेथासोन, रेमडेसिविर, एम्फोटेरिसिन बी डीओक्सीकोलेट, पॉसकोनाजोल और इंट्रावेनस इम्युनोग्लोबिलिन (आईवीआईजी) हैं।

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