हाथरस कांड : जातीय दंगा फैलाने के लिए PFI को मिली मोरिशियस से 120 करोड़ की फंडिंग

हाथरस मामले में फिर से एक बड़ा खुलासा सामने आ रहा है। प्रवर्तन निदेशालय की रिपोर्ट के मुताबिक, इस कांड के बहाने जातीय दंगा फैलाने के लिए पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के पास मॉरिशस से बैंक खातों में करोड़ो रुपया जमा करवाया गया है। ईडी का दावा है कि यह पूरी फंडिंग 120 करोड़ रुपये की थी. अब इस पूरे मामले की तफ्तीश की जा रही है।

प्रवर्तन निदेशालय ने कहा है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) ने भारत में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने के लिए 120 करोड़ रुपये जुटाए है। ईडी ने अपने निष्कर्षों के बारे में गृह मंत्रालय को एक नोट भेजा है जिसमे ईडी ने कहा कि पीएफआई के नाम पर 27 बैंक खाते खोले गए है । पीएफआई से जुड़े एक संगठन जिसे रिहैब इंडिया फाउंडेशन कहा जाता है वहा से इन 27 बैंको में से नौ बैंक खातों को अपने पास रखा हुआ है । ईडी ने रिपोर्ट में कहा कि फाउंडेशन ने 17 अलग-अलग लोगों और संगठनों के नाम पर 37 बैंक खाते खोले है ।

प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि जांच को चकमा देने के लिए 73 खातों में लगभग 120 करोड़ रुपये जमा किए गए है । हालाँकि खातों में मामूली राशि छोड़ कर बाकि खातों को खाली कर दिया गया था।

एजेंसी की रिपोर्ट द्वारा पता चला है की ,” ED ने कहा कि इन 15 खातों से 1.34 करोड़ रुपये नकद और NEFT, IMPS के माध्यम से 4 दिसंबर से 6 जनवरी तक की इसी अवधि के दौरान मोबाइल फोन से निकाले गए थे। “यह निकासी की प्रकृति से स्पष्ट है कि PFI के सदस्य ने स्विफ्ट मोड का उपयोग किया है और पैसो को दूसरे खातों में डाला है।

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