हाइवे पर साइड माँगना पड़ा भारी.. हरियाणवी लड़के-लड़कियों ने खिड़की से निकालीं ऑटोमैटिक और फिर.. देखें Video

उत्तराखंड-हरियाणा बॉर्डर पर एक सोशल मीडिया-बहुप्रिय वीडियो सामने आया है जिसमें फरीदाबाद के नौ कॉलेज छात्र और छात्राओं ने चलते वाहन से डमी बंदूकें लहराईं, दूसरे वाहनों को रोककर ‘डोमिनेंस’ दिखाने की कोशिश की। यह स्टंट सोशल मीडिया पर वायरल होते ही उत्तराखंड पुलिस की सख्त कार्रवाई का कारण बन गया।
क्यों वायरल रहा वीडियो ?
वायरल हुए क्लिप में देखी गई कार में सवार युवा डमी (नकली) बंदूकें लहराते और गाड़ी रोकने का ड्रामा कर रहे हैं।
ये हरियाणवी स्टूडेंट्स डमी हथियारों से दूसरे वाहनों को रोक रहे थे, जिससे स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि इसे ‘साइड मांगना’ और स्टंट दिखाने के उद्देश्य से किया गया था।
वीडियो के वायरल होते ही फरीदाबाद-उत्तराखंड हाईवे पर यह स्टंट तुरंत सुर्खियों में आ गया।
एसएसपी ने उतरवायी हरियाणा के युवकों की खुमारी
सड़क पर गाड़ियों से टशन दिखाने वाले हरियाणा के युवक युवतियों के सर से दून पुलिस ने उतारा दबंगई का भूत
सडक पर सरेआम रैश ड्राइविंग कर चलते वाहनो से अस्लाह का प्रदर्शन करने वाले 02 कार सवार 07 युवक व 02 युवतियों को किया गया गिरफ्तार pic.twitter.com/54ADurqnrY
— Dehradun Police Uttarakhand (@DehradunPolice) June 15, 2025
पुलिस ने की तेज़ कार्रवाई
वीडियो की जानकारी मिलते ही उत्तराखंड पुलिस ने 9 आरोपियों की पहचान की, सभी को गिरफ्तार कर लिया गया।
SSP के निर्देश पर इन्हें “पब्लिक को डरा-धमकाने और सड़क सुरक्षा कानूनों का उल्लंघन” जैसे आरोपों में गिरफ्तार किया गया।
कानूनी पहलू और गंभीरता
सड़क पर नकली हथियार दिखाना केवल धमकी या डर पैदा करना नहीं है, बल्कि सार्वजनिक व्यवस्था के लिए सीधा खतरा है।
पुलिस द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि आरोपियों को सख्त धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है, जिससे स्पष्ट है कि यह मामला सरकारी कार्रवाई की सीमा में आता है ।
स्टंट की मानसिकता और सोशल मीडिया का रोल
यह घटना युवा संस्कृति और सोशल मीडिया अति-प्रेम का नतीजा मानी जा रही है, जिसमें ‘डोमिनेंस दिखाना’, ‘चौकाने वाले स्टंट’ जैसे तत्व प्रमुख बन गए हैं।
युवाओं द्वारा ऐसे खतरनाक स्टंट करना समाज के लिए एक चिंताजनक संकेत है, जिसमें पुलिस और आम जनता की सुरक्षा दांव पर लग सकती है।
हरियाणा के नौ युवाओं के यह स्टंट सोशल मीडिया पर मनोरंजन से आगे बढ कर गलत संदेश व हिंसा को बढ़ावा देता दिखता है। पुलिस का तुरंत और सख्त कदम जरूरी था, ताकि भविष्य में ऐसी नाजुक स्थिति से निपटा जा सके। यह घटना शिक्षण संस्थानों व परिवारों को यह सिखाती है कि सोशल मीडिया ट्रेंड्स का असंतुलित पीछा जीवन व समाज के लिए खतरा बन सकता है।