कोरियन इलेक्ट्रोनिक्स कंपनी का हब बन रहा है ग्रेटर नोएडा, जानिए कैसे

ग्रेटर नोएडा. वैसे तो ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) बिजनेस का एक बड़ा हब बन चुका है. हर छोटी से लेकर बड़ी कंपनी यहां मौजूद है. लेकिन बीते कुछ वक्त से कोरिया (Korea) की इलेक्ट्रोनिक्स कंपनियों को भी ग्रेटर नोएडा खासा भा गया है. यही वजह है कि यह शहर अब कोरियन इलेक्ट्रोनिक्स (Electronics) कंपनी का हब बनता जा रहा है. तीन कंपनी यहां पहले से ही मौजूद थीं, लेकिन अब दो और बड़ी कंपनियों को ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी (Greater Noida Authority) ने इकोटेक सेक्टर में जमीन आवंटित की है.

30 दिन में कंपनी को जमीन देती है ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी

जो भी विदेशी कंपनी नोएडा और ग्रेटर नोएडा में निवेश करने आती है तो उसे अथॉरिटी जमीन आवंटित करती है. जमीन आवंटन का यह काम 30 दिन में पूरा किया जाता है. इसी तरह से दो दिन पहले ही कोरिया की दो बड़ी इलेक्ट्रोनिकस कंपनियों को ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने ने इकोटेक सेक्टर में जमीन आवंटित की है. यह दो कंपनी ड्रीमटेक और स्टेरियान हैं.

टेक्सटाइल पार्क में आ रही हैं 152 कंपनियां

उत्तर भारत का टेक्सटाइल हब बनाने का काम भी चल रहा है. इसी कड़ी में यमुना अथॉरिटी ने नोएडा में अपैरल एक्सपोर्ट क्लस्टर (टेक्सटाइल पार्क) की स्थापना के लिए 150 एकड़ जमीन का आवंटन कर दिया है. इस तरह से नोएडा में यूपी का पहला टेक्सटाइल पार्क बनने जा रहा है. टेक्सटाइल पार्क में कुल 152 कंपनियां अपनी फैक्ट्री लगाएंगी कंपनियों के आने से नोएडा में करीब 8365 करोड़ रुपए का इंवेस्टमेंट होगा. वहीं यह कंपनियां लगभग पांच लाख लोगों को रोजगार देंगी. जानकारों की मानें तो 2022 के पहले महीने में टेक्सटाइल और गारमेंट की 91 फैक्ट्रियों के निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा. 91 फैक्ट्रियों में करीब 2 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा.

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