मध्य प्रदेश में बाबू के घर मिली पुराने 500, 2000 के नोटों की गड्डियां, करोड़ों में है संपत्ति

मध्य प्रदेश के इंदौर में टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के एक बाबू के घर में 2000 और 500 के नोटों की कई गड्डियां मिलीं। 10 करोड़ की संपत्ति के इस बाबू के यहां आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने 19 लाख की नकदी जप्त की है। यही नहीं 50000 की तनख्वाह वाले बाबू के तीन घर, एक दुकान व फार्म भी मिले हैं। ईओडब्ल्यू द्वारा बाबू के यहां छापे की कार्रवाई अभी जारी है।

देवास में टाउन एंड कंट्री प्लानिंग में मानचित्रकार विजय कुमार दरयानी के खिलाफ आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ में जनवरी 21 में शिकायत मिली थी। इसकी जांच के बाद गुरुवार को ईओडब्ल्यू की टीम ने उसके देवास और इंदौर स्थिति ठिकानों पर छापे मारे। उसके इंदौर स्थित पॉश इलाके के आशीष नगर में तीन मंजिला मकान में निवास है जहां उसने लॉकर बनवा रखे हैं। छापे के दौरान ईओडब्ल्यू को उसके घर से 19 लाख रुपए मिले। छापे में इसके अलावा कल्पना लोक कॉलोनी में फ्लेट, पॉश इलाके के जोडियक काम्पलेक्स में 1100 वर्गफुट में बड़ी दुकान मिली है। ओमेगा सिटी के पास उसका साढ़े छह हजार वर्गफुट का फार्म हाउस के दस्तावेज भी छापे में मिले हैं। इसके साथ ही सोने-चांदी के जेवरात व बैंक खाते भी मिले हैं।

ऐसे बना करोड़पति
बताया जाता है कि विजय मास्टर प्लान बनाने के काम से जुड़ा एक कर्मचारी है। उसकी जानकारी में मास्टर प्लान में किस जगह कौन जमीन किस गतिविधि के लिए आरक्षित की जा रही है, यह गोपनीय सूचनाएं भी रहती थीं। सूत्रों का कहना है कि भूमाफिया को यह जानकारियां उपलब्ध कराकर वह उनसे मोटी राशि लेता था। उसने अपनी नौकरी 500 रुपए से शुरू की थी और आज उसकी तनख्वाह करीब 50000 रुपए है लेकिन ईओडब्ल्यू के छापे में उसके पास करीब 10 करोड़ रुपए की संपत्ति मिली है।

एक अन्य बाबू 15 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार
ईओडब्ल्यू की एक अन्य टीम ने खरगोन जिले के सनावद में गुरुवार को नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के बाबू जालिम सिंह को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते भी गिरफ्तार किया है। जालिम सिंह अपने एक साथी से रिटायरमेंट के बाद उसके स्वत्वों के भुगतान के बदले यह रिश्वत मांग रहा था। ईओडब्ल्यू की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।

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