गिरिडीह : 20 दिन बाद घर पहुँचा प्रवासी श्रमिक का शव

गिरिडीह। बगोदर थाना के बेको पूर्वी पंचायत के सुंदरूटांड निवासी तुलो महतो के पुत्र नारायण महतो (32) का शव 20 दिनों बाद जार्डन से शुक्रवार को रांची पहुंचा। रांची से एम्बुलेन्स से शनिवार की सुबह को उनके शव को सुंदरूटांड लाया गया।
गौरतलब है कि पिछले 13 सितम्बर को नारायण महतो की जार्डन में काम के दौरान करंट लगने से मौत हो गयी थी। नारायण महतो में केईसी ट्रांसमिशन कंपनी में कार्यरत था। कंपनी ने उसकी मौत के बाद मुआवजा देने में अनाकानी करने के कारण शव को जार्डन नहीं लाया जा सका था।नारायण महतो अपने पीछे पत्नी हेमंती देवी,पुत्र मिथलेश महतो(11), बेटी मधु कुमरी(08) छोड गया।
वहीं प्रवासी मजदूरों के हितार्थ में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली ने परिवार के प्रति सांत्वना व्यक्त करते हुए कहा कि झारखंड के नौजवानों की मौत के मुंह में समा जाने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई लोगों की मौत हो चुकी है। सरकार प्रवासी मजदूरों के हित में कुछ नहीं कर पा रही है।

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