सपा से टिकट न मिलने पर गौरव स्वरूप व पूर्व विधायक मिथलेश पाल ने BJP का थामा दामन

गौरव स्वरूप व पूर्व विधायक मिथलेश पाल बीजेपी में हुए शामिल

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान अब 2 हफ्ते के कम का समय बचा हुआ है. ऐसे में यूपी की पार्टियों के नेताओं के बीच दलबदल का दौर जारी है. वहीं सपा का टिकट न मिलने पर समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष व पिछले दो चुनावों में सपा की ओर से चुनाव लड़े गौरव स्वरूप और पूर्व विधायक मिथलेश पाल ने बीजेपी का दामन थाम लिया है.

सपा के दो विधायक भाजपा का थामा हाथ

सपानेता गौरव स्वरूप दो बार समाजवादी पार्टी से प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री व विधायक रहे चितरंजन स्वरूप के बड़े पुत्र हैं. वह चितरंजन स्वरूप की मौत के बाद 2016 में उपचुनाव और 2017 में शहर सीट से विधानसभा चुनाव लड़े, लेकिन दोनों ही भाजपा के कपिलदेव अग्रवाल से हार गए थे. इस बार भी सपा टिकट के प्रमुख दावेदार थे और आखिरी वक्त तक टिकट की होड़ में थे, लेकिन उनके बजाए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चितरंजन स्वरूप के दूसरे बेटे सौरभ स्वरूप को टिकट दे दिया.

इससे गौरव स्वरूप काफी नाराज हो गए हैं. वहीं सौरभ स्वरूप के नामांकन में भी शामिल नहीं हुए थे. अब उन्होंने सपा को झटका देते हुए लखनऊ में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह के समक्ष सपा छोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली, हालांकि सौरभ स्वरूप, उनके छोटे भाई विकास स्वरूप के अलावा पूर्व विधायक स्व.विष्णु स्वरूप के तीनों पुत्र आशुतोष स्वरूप, शंकर स्वरूप व अजय स्वरूप के साथ ही अन्य सभी भाई एकजुट हैं और सौरभ स्वरूप को चुनाव लड़ने में मदद करेंगे.

मिथलेश पाल ने भी थामा भाजपा का हाथ

सपा को छोड़कर पूर्व विधायक मिथलेश पाल ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली. दोनों नेताओं के आने से कड़े मुकाबले में फंसे बीजेपी उमीदवार कपिलदेव अग्रवाल को कितनी राहत मिलेगी यह मतगणना के बाद चुनाव परिणाम ही बताएगा.

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