पंजाब में फ्री बिजली दिलाएगी सत्ता? कांग्रेस से पहले केजरीवाल ने चल दिया दांव

पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दल ‘बिजली बिल’ के जरिए सत्ता का पॉवर हासिल करने में जुट गए हैं. आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की तरह ही पंजाब की सत्ता पर काबिज होने के लिए हर परिवार को 300 यूनिट बिजली फ्री देने का वादा किया है. केजरीवाल के इस वादा से पहले ही कांग्रेस आलाकमान ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार से बिजली फ्री देने की संभावना तलाशने का दबाव बनाया था. ऐसे में माना जा रहा है कि 2022 का चुनाव बिजली के जरिए सत्ता की रौशनी हासिल करने की है.

आम आदमी पार्टी ने पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में दिल्ली वाला दांव चला है. अरविंद केजरीवाल ने चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉफ्रेंस करके पहला हर परिवार को 300 यूनिट बिजली फ्री और पुराने घरेलू बिल माफ करने का वादा किया है. केजरीवाल ने कहा कि 300 यूनिट फ्री बिजली से पंजाब के 80 फीसदी लोगों का बिजली का बिल जीरो हो जाएगा. ये केजरीवाल की गारंटी है, कैप्टन के वादे नहीं जो 5 साल में पूरे नहीं हुए. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि पंजाब में लोगों के बिल आज हजारों-हजारों बिल आ रहे हैं और न जमा करने पर कनेक्शन काट दिए जा रहे हैं.

राजनीतिक पार्टियों का बिजली पर जोर

बता दें कि 2022 में पंजाब में होने वाले विधान सभा चुनाव को देखते हुए सभी राजनीतिक पार्टियों ने बिजली पर जोर देना शुरू कर दिया है. वे इसे चनावी मुद्दा बनाने की कोशिश में जुटी हुआ है. पंजाब में फिलहाल 96 लाख बिजली उपभोक्ता है और महंगी बिजली के कारण सभी राजनीतिक पार्टियां इसे राजनीतिक मुद्दा बनाने की कवायद में जुट गई है. इसके पीछे वजह यह भी है कि कांग्रेस ने 2017 में चुनावी वायदा किया था कि निजी थर्मल प्लाटों से ली जा रही बिजली की समीक्षा की जाएगी और उन पर सस्ती बिजली देने का दबाव बनाया जाएगा.

बिजली का मुद्दा पुराना

पिछले साल मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह निजी थर्मल प्लाटों से हुए समझौते को लेकर श्‍वेत पत्र लाने का वादा विधानसभा में किया था, लेकिन वह इसे नहीं ला सके. कांग्रेस की कलह के दौरान भी बिजली एक बड़ा मुद्दा बना था. इस पर कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को पंजाब में 200 यूनिट फ्री बिजली देने की संभावनाओं को तलाशने के लिए कहा था. उन्होंने इसे पार्टी आलाकमान का फरमान बताया था और कहा था कि शीर्ष नेतृत्व चाहता है कि पंजाब के  ग्रामीण इलाकों में बिजली मुफ्त दी जाए. पंजाब में किसानों को पहले से बिजली फ्री मिल रही है और अब घरेलू बिजली भी फ्री देने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं.

300 यूनिट फ्री बिजली

वहीं, आम आदमी पार्टी ने इस बात का एहसास हो गया था कि पंजाब सरकार ने 200 यूनिट फ्री बिजली की संभावनाओं को तलाश लिया तो कहीं, उनके हाथ से यह बड़ा मुद्दा न खिसक जाए. यही वजह है कि अरविंद केजरीवाल चंडीगढ़ पहुंचकर 300 यूनिट फ्री बिजली की घोषणा कर दी है ताकि अगर बाद में कांग्रेस सरकार ने फ्री बिजली की तो आप यह कहने की स्थिति में रहे कि उनके दबाव में कांग्रेस सरकार ने यह फैसला लिया. इस तरह से पंजाब के चुनाव केंद्र में बिजली का मुद्दा अहम हो गया और अब इसी के इर्द-गिर्द सियासी बिसात बिछाई जाएगी.

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