प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण: बिना टेस्ट के ऐसे समझें, आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं

मां बनना एक खूबसूरत अहसास होता है। खासतौर पर पहली बार मां बनने से पहले मन में कई सवाल और आशंकाएं होती हैं। आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं इसका कन्फर्मेशन प्रेग्नेंसी टेस्ट के जरिये हो जाता है। इसके कुछ और भी लक्षण हैं जिनसे अंदाजा लग जाता है जैसे पीरियड का मिस होना। वहीं पीरियड मिस होने के पहले भी कई बार आपको जानने की उत्सकुता होती है कि आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं। कई बार ऐसा भी होता है कि पीरियड मिस हो जाने को लोग नॉर्मल लेते हैं और टेस्ट न करवाने पर लापरवाही होने पर कॉम्प्लिकेशंस हो जाते हैं। इन सारे कन्फ्यूजंस से बचने के लिए यहां कुछ लक्षण हैं जिनसे टेस्ट के पहले आप समझ सकती हैं कि आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं।

पीरियड का मिस होना

अगर आप बच्चे पैदा करने की उम्र में हैं तो एक हफ्ते या इससे ज्यादा दिन तक पीरियड नहीं हुआ है तो इसकी वजह प्रेग्नेंसी हो सकती है। हालांकि पीरियड मिस होने की कई और भी वजहें होती हैं। स्ट्रेस या हॉरमोन्स में उतार-चढ़ाव भी पीरियड मिस होने की वजह हो सकती है।

बार-बार टॉइलट जाना

पीरियड मिस होने के साथ अगर आपको टॉइलट सामान्य की अपेक्षा ज्यादा बार जाना पड़ रहा है तो ये लक्षण भी प्रेग्नेंसी की ओर इशारा है। प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर का खून बढ़ने से ब्लैडर में ज्यादा मात्रा में फ्लूइड इकट्ठा होता है।

ब्रेस्ट में हल्का दर्द या भारीपन

प्रेग्नेंसी की जब शुरुआत होती है तो हॉरमोन्स में बदलाव की वजह से ब्रेस्ट में भारीपन या हल्का दर्द महसूस हो सकता है। हॉरमोन्स के अडजस्ट होते ही कुछ हफ्तों में यह दिक्कत ठीक हो जाती है।

उल्टी आना या जी मिचलाना

सुबह उठते ही, दिन के किसी भी वक्त या रात में जी मिचलाना या उल्टी आना भी प्रेग्नेंसी का लक्षण है। ज्यादातर यह लक्षण प्रेग्नेंसी के पहले महीने में दिखता है।

हल्का बुखार होना

शरीर में बाहर से कुछ भी आता है तो इसका रिऐक्शन होता है। शरीर का तापमान बढ़ना भी एक तरह का ऐसा ही रिऐक्शन है। प्रेग्नेंसी होने पर आपको हल्की हरारत महसूस हो सकती है। फीवर आने की एक और वजह यह भी हो सकती है कि प्रेग्नेंट होने पर शरीर की इम्यूनिटी घट जाती है। ऐसा इसलिए होता है ताकि आपका प्रतिरक्षा तंत्र भ्रूण को खतरा समझकर उसे रिजेक्ट न करने लगे। इसलिए इस वक्त दूसरे इन्फेक्शंस की वजह से बुखार आ सकता है।

पेट में दर्द

कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी की शुरुआत में गर्भाशय में हल्का दर्द भी महसूस होता है। वहीं हॉरमोन्स में बदलाव होने की वजह से दस्त या कब्ज की शिकायत हो सकती है।

टेस्ट और स्मेल में बदलाव

प्रेग्नेंसी के दौरान खाने की कुछ चीजों की महक आपको बुरी लग सकती है। वहीं कुछ चीजें जो आपको पहले पसंद थीं उनका टेस्ट बुरा लग सकता है।

नोट: यहां बताए ज्यादातर लक्षणों की वजह प्रेग्नेंसी हो ये जरूरी नहीं। कई और वजहों से भी शरीर में ऐसे बदलाव दिख सकते हैं। आप बच्चे पैदा करने की उम्र में हैं और फैमिली प्लानिंग की है तो इन लक्षणों से हिंट ले सकती हैं।।

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मौसम के अलावा लिप्स सूखने की सबसे बड़ी वजह होती है कम पानी पीना। जब होंठ अपनी प्राकृतिक नमी खो देते हैं, तो भी यह परेशानी होती है। ऐसे में होंठों पर लिप बॉम लगाने से इस समस्या से काफी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है। मार्केट के लिप बॉम में कई तरह के केमिकल्स होते हैं, जिससे आपके होंठ धीरे-धीरे काले पड़ते जाते हैं। ऐसे में होंठो का नेचुरल कलर बनाए रखने के लिए आप घर पर भी लिप बाम बना सकते हैं। आज हम आपको बता रहे हैं लिप बाम बनाने के दो आसान उपाय-

बिना कलर वाला लिप बाम बनाने का तरीका 
कोकोनट आयल – न्यूटेला – एक कंटेनर या डिब्बी एक हीटप्रूफ़ कप लें और उसमें 1 चम्मच मोम डालें। अब आधा चम्मच न्यूटेला डालें। ये डालने के बाद उसमें नारियल का तेल डालें। इसके बाद एक फ्राइंग पैन में पानी उबालें और हीटप्रूफ़ कप इस तरह उसमें रखें कि बनाया हुआ मिक्सचर न गिरे। जब मिक्सचर अच्छे से पिघल जाए तो उसको एक डिब्बी में डालकर फ्रीजर में 10 मिनट तक रख दें। आपकी लिप बाम तैयार है।

कलर्ड लिप बाम बनाने का तरीका 
आईशेडो – शहद – वेसिलीन – 1 कंटेनर / डिब्बी एक चम्मच वेसिलीन को एक कांच के गिलास (heatproof) में डाल दें और फिर ओवन में दो मिनट तक पिघलाएं। इसके बाद अपने पसंदीदा रंग की आईशेडो के टुकडे करके उसमें दाल दें। इसके बाद मिक्सचर को अच्छे से हिलाएं। ये करने के बाद थोड़ा सा हनी डाल दें। फाइनल मिक्सचर को जिस कंटेनर में आपको रखना है उसमें डाल दें और फ्रिज में ठंडा होने के लिए रख दें। आपकी कलर्ड लिप बाम तैयार।

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