फिरोजाबाद में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका, बुखार से 5 बच्चों की मौत, कई बीमार

फिरोजाबाद. उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद (Ferozabad) में कोरोना (COVID-19) की तीसरी लहर (Third Wave) की आशंका से हड़कंप मचा हुआ है. यहां बुखार से अब तक 5 बच्चों की मौत (5 Children died) हो चुकी है, वहीं दर्जनों लोगों के साथ कई बच्चे अभी भी बीमार हैं. देहाती क्षेत्र में भी बच्चों के मरने का सिलसिला जारी है. आरोप है कि नगर निगम प्रशासन की लापरवाही से गलियों में गंदगी भरी पड़ी है. सीएमओ डॉ. नीता कुलश्रेष्ठ ने फिरोजाबाद में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई है.

फ़िरोज़ाबाद में बच्चों की हो रही मौत और बुखार से लोग परेशान हैं. आज खुद सीएमओ ने इन इलाकों का दौरा किया और सीएमओ ने बताया कि हो सकता है ये कोरोना का थर्ड वेव भी हो. इसकी जांच करवाई जा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2 दिन पहले आदेश दिया था कि कैंप लगाए जाएं, जिस पर आज तक कोई कार्यवाही होती दिखाई नहीं दे रही है

दरअसल फिरोजाबाद के नगर निगम के वार्ड नम्बर 12 में ऐलान नगर में बच्चो के पेट में दर्द, बुखार की शिकायत देखने को मिली है. इसी वार्ड में 5 बच्चो की मौत भी इसी बीमारी के चलते हुई है, जिससे लोग दहशत में हैं. ज्यादतर बच्चों को बुखार और पेट दर्द की शिकायत देखने को मिल रही है. हालांकि स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर निगम द्वारा सफाई नहीं की जा रही है. नालियां गलियां गंदगी से भरी पड़ी हैं. ऐसे में बुखार और डेंगू का सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है.

आज खुद सीएमओ मौके पर पहुंची और इलाके का दौरा किया उसके बाद उन्होंने बच्चो की जांच भी करवाई है और बच्चों के माता-पिता से आग्रह किया कि वो साफ-सफाई का ख्याल रखें. कोई भी दिक्कत हो तो तुरंत मेडिकल कॉलेज जाएं. वहां पूरी व्यस्था की गई है.

सीएमओ ने कहा कि पूरे शहर में वायरल और डेंगू का प्रकोप हो रहा है. छोटे बच्चों पर ज्यादा असर कर रहा है. हम सभी को सूचना दे रहे हैं. अगर किसी बच्चे को कोई परेशानी है तो हम तुरंत दवाई दे रहे हैं. कैंप लगा रहे हैं. साफ-सफाई की व्यवस्था की जा रही है. अभी तक फिरोजाबाद में 6 मौतें हो चुकी है.

कोरोना तीसरी लहर के संबंध में सीएमओ मानती हैं कि तीसरी लहर की आशंका है. साथ ही कह रही है कि हम जांच करा रहे हैं. कोविड-19 की भी जांच करा रहे हैं.

उधर जानकारी के अनुसार बच्चों की मौत की सूचना मुख्यमंत्री तक पहुंच चुकी है, जिस पर मुख्यमंत्री ने कैंप लगाने की बात 2 दिन पहले कही थी लेकिन आज भी बीमार इलाकों में स्थानीय लोग कैंप न लगने की बात कह रहे हैं. इस मामले में सीएमएस डॉ आलोक शर्मा ने भी आशंका जताई है. डॉ  आलोक शर्मा कोविड-19 जिला अस्पताल के दोनों कोविड-19 महामारी के प्रभारी रह चुके हैं.

 

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