UP: 12वीं के छात्र की स्कूल गेट पर हत्या, परिजनों ने कर दिया बवाल.. महिला ने दरोगा के जड़ा मुक्का !

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में 12वीं कक्षा के छात्र की स्कूल से छुट्टी के बाद तीन नाबालिग लड़कों ने धारदार हथियार और डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी। यह हमला स्कूल गेट से महज 50 मीटर की दूरी पर हुआ और पूरी वारदात CCTV कैमरे में कैद हो गई है। घायल छात्र को लखनऊ के KGMU में भर्ती कराया गया था, जहां शुक्रवार को उसकी मौत हो गई। घटना के बाद से इलाके में तनाव है और पुलिस-पीएसी तैनात कर दी गई है।

हमला करने वाले तीनों आरोपी नाबालिग, स्कूटी से पहुंचे थे

घटना बुधवार (23 जुलाई) को तब हुई जब आरिस नामक छात्र स्कूल की छुट्टी के बाद घर लौट रहा था। उसी दौरान स्कूटी पर सवार तीन लड़कों ने उसे घेर लिया और अचानक उस पर डंडे और धारदार हथियार से हमला कर दिया। हमलावरों ने पहले सिर पर वार किया, जिससे आरिस वहीं सड़क पर गिर गया और तड़पने लगा। इसके बाद आरोपी स्कूटी पर सवार होकर भाग गए।

मौके पर मची अफरा-तफरी, स्कूल के बच्चे दौड़े मदद को

घटना के वक्त सड़क पर करीब 50 से अधिक स्कूली छात्र मौजूद थे। जैसे ही हमला हुआ, कई बच्चे दौड़कर मौके पर पहुंचे और कुछ स्कूल के अंदर भागे। स्कूल के प्रिंसिपल प्रमोद त्रिपाठी ने तत्काल स्कूली वाहन से आरिस को जिला अस्पताल पहुंचाया। वहां से उसे हैलट (कानपुर) और फिर लखनऊ के KGMU रेफर किया गया, लेकिन शुक्रवार को उसकी जान नहीं बच सकी।

मेडिकल रिपोर्ट: सिर में खून जमने से हुई मौत

लखनऊ KGMU में हुई मेडिकल जांच में खुलासा हुआ कि हमले से आरिस के सिर में गंभीर चोट आई थी, जिससे खून जम गया था। यही उसकी मौत का कारण बना। डॉक्टरों के अनुसार, समय पर गंभीर इलाज भी उसकी जान नहीं बचा सका।

प्रेम प्रसंग को लेकर हुआ था झगड़ा

पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि तीन से चार दिन पहले स्कूल के पास चाय की दुकान पर किसी लड़की को लेकर आरिस और आरोपियों के बीच झगड़ा हुआ था। मामला प्रेम-प्रसंग से जुड़ा बताया जा रहा है, लेकिन कोई भी इस विषय पर खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।

आरोपी छात्र स्कूल से निकाला जा चुका

तीनों आरोपी कांशीराम कॉलोनी के रहने वाले हैं और पहले इसी स्कूल में पढ़ चुके हैं। मुख्य आरोपी को अनुशासनहीनता के आरोप में स्कूल से निकाला गया था। हमला योजनाबद्ध तरीके से किया गया और हमलावर पहले से स्कूल गेट से थोड़ी दूरी पर खड़े थे।

पिता मैकेनिक, आर्थिक स्थिति कमजोर

मृतक छात्र आरिस के पिता रुआब अहमद पेशे से मैकेनिक हैं और आबूनगर डाकबंगला सर्किट हाउस के पास रहते हैं। परिवार में पत्नी, चार बेटियां और आरिस इकलौता बेटा था। आरिस जेल रोड स्थित महर्षि विद्या मंदिर में 12वीं का छात्र था।

तनावपूर्ण माहौल, पुलिस और पीएसी तैनात

घटना के बाद क्षेत्र में भारी तनाव फैल गया। चूंकि मामला दो समुदायों से जुड़ा हुआ है, इसलिए एहतियातन छात्र के घर के बाहर पुलिस और पीएसी की तैनाती की गई है। घर के बाहर भीड़ जमा हो गई और लोग प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

महिला ने दरोगा पर किया हमला

शुक्रवार शाम एक महिला पूजा लोधी घटनास्थल पर पहुंची और अचानक पुलिस पर हमला कर दिया। उसने दरोगा की पीठ पर मुक्का मारा और कुर्सी उठाकर पुलिस पर फेंक दी। महिला पर पुलिस कार्रवाई न करने का आरोप है। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है। जानकारी के अनुसार, वह अशोक सम्राट चौराहा के पास की रहने वाली है और उस पर पहले भी झूठे केस दर्ज कराने के आरोप लग चुके हैं।

शव गांव लाया गया, परिजनों ने सड़क जाम किया

शुक्रवार शाम करीब 7 बजे आरिस का शव गांव लाया गया। इसके बाद परिजन और मोहल्ले के लोगों ने कानपुर मार्ग जाम कर दिया। उनकी मांग थी कि जब तक आरोपियों के घर पर बुलडोजर नहीं चलेगा, तब तक शव को दफन नहीं किया जाएगा।

पुलिस ने शव को लिया सुरक्षा घेरे में, कार्रवाई का भरोसा

सदर कोतवाली प्रभारी तारकेश्वर राय ने किसी भी अनहोनी की आशंका को देखते हुए एम्बुलेंस में रखे शव को अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया।

एएसपी का बयान: तीनों आरोपियों पर FIR दर्ज

अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र पाल सिंह ने कहा कि हमलावरों की पहचान कर ली गई है और तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और जल्द गिरफ्तारी की बात कही गई है।

 

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