पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन आज

नई दिल्ली. पेट्रोल-डीजल की कीमतों (petrol and diesel prices) में वृद्धि के खिलाफ गुरुवार को होने वाले किसानों के प्रदर्शन के लिए बड़ी संख्या में किसानों का प्रदर्शन स्थल पर पहुंचना जारी है. संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने बुधवार को यह बात कही. केंद्र के नये कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे 40 से अधिक किसान संघों की अगुवाई कर रहे एसकेएम ने कहा, ‘संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कल पूरे भारत में सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक दो घंटे के लिए डीजल, पेट्रोल तथा रसोई गैस के दामों में वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा.’

संगठन ने कहा कि प्रदर्शनकारी स्कूटरों, मोटरसाइकिल, ट्रैक्टर, कारों, बसों, ट्रकों आदि साधनों से प्रदर्शन स्थलों तक पहुंचेंगे और वे अपने साथ खाली गैस सिलेंडर लेकर आएंगे. बुधवार को दिल्ली तथा कोलकाता में पेट्रोल के दाम 100 रुपये प्रति लीटर के पार चले गये. एसकेएम ने ईंधन के दाम तत्काल प्रभाव से कम करने की मांग की है.

सरकार पेट्रोल-डीजल पर ‘लूट’ बंद करे, कीमतें घटाए : कांग्रेस
वहीं कांग्रेस ने दिल्ली समेत देश के कई शहरों में पेट्रोल की कीमतें 100 रुपये प्रति लीटर से अधिक होने को लेकर बुधवार को केंद्र सरकार पर जनता को ‘लूटने’ का आरोप लगाया और कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम की जानी चाहिए. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह दावा भी किया कि केंद्र सरकार ने पिछले सात वर्षों में पेट्रोलियम उत्पादों पर उत्पाद शुल्क के जरिए 25 लाख करोड़ रुपये कमाए हैं, लेकिन आम लोगों को वह कोई राहत नहीं दे रही है.

उन्होंने कहा, आज मोदी सरकार सिर्फ ‘सत्ता की भूख’ मिटा रही है और कमरतोड़ महंगाई से 140 करोड़ देशवासियों की आय लूटती जा रही है. आज देश में पेट्रोल 100 रुपये के पार, खाने का तेल 200 रुपये के पार, रसोई गैस 850 रुपये के पार…., ऐसी रही मोदी सरकार!’ सुरजेवाला ने आरोप लगाया, ‘ भाजपा सरकार ने ‘प्रजातंत्र की परिभाषा’ ही बदल दी है. जनता को महंगाई की आग में झोंककर आमजन की आमदनी को मोदी सरकार नोच रही है और बस, अपने धन्ना सेठ दोस्तों की सोच रही है. सच यह है कि ‘महंगाई डायन’ अब भाजपाइयों को ‘अप्सरा’ सी नज़र आने लगी है.’

उन्होंने कहा, ‘आज दिल्ली सहित 200 से अधिक शहरों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर को पार कर गई है. डीज़ल की कीमत 90 रुपये प्रति लीटर को छू रही है. 1 जनवरी, 2021 से 7 जुलाई, 2021 तक ही मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीज़ल की कीमत 69 बार बढ़ाई.सुरजेवाला ने दावा किया, ‘अप्रैल, 2014 से जून, 2021 तक मोदी सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों पर उत्पाद शुल्क के जरिए 25 लाख करोड़ रुपये कमाए हैं.’ उनके मुताबिक, कांग्रेस-संप्रग सरकार से तुलना की जाए तो मोदी सरकार के सात साल के कार्यकाल में कच्चे तेल के दाम साल दर साल घटते गए और 140 करोड़ देशवासियों की जेब काटकर पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़ते गए. उन्होंने कहा, ‘देश की जनता की ओर से मोदी सरकार को हम यही कहेंगे कि कीमतें कम करो या कुर्सी खाली करो.’

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