इंदौर में नकली पुलिसवाला:ASI बता सगाई कर ली, कुछ दिन बाद मंगेतर से कहा- SI बन गया

इंजीनियर भाई ने खोली पोल, अरेस्ट

इंदौर के विजयनगर पुलिस ने फर्जी सब इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने ASI बताकर युवती से सगाई की थी। अगले साल 9 मई 2022 को दोनों की शादी होने वाली थी। कुछ दिन बाद उसने सब इंस्पेक्टर की वर्दी में मंगेतर को मोबाइल पर फोटो भेज दी। इससे मंगेतर को शक हुआ, तो उसने इंजीनियर भाई की मदद ली। भाई ने फर्जी अफसर की पोल खोल दी। पीड़िता ने आरोपी के खिलाफ थाने में शिकायत की। आरोपी ने एक्टिवा भी फाइनेंस करवा ली थी।

पीड़िता ने बताया कि 28 जून 2019 को सिमरोल के रहने वाले रवि सोलंकी उर्फ राजीवर से उसकी सगाई हुई थी। दोनों का संबंध पीड़िता के मौसी के बेटे के माध्यम से तय किया गया था। रवि ने उस वक्त खुद को मध्यप्रदेश पुलिस में ASI बताया था। कुछ दिनों बाद पीड़िता ने राजवीर से उसके ऑफिस में मिलने की बात कही। इस पर राजवीर घबरा गया। उसने खुद को व्यस्त बताने की बात कहते हुए इनकार कर दिया।

राजवीर ने खुद को मध्यप्रदेश पुलिस में ASI बताया था।

मिलने की बात कहने पर बहाना
पीड़िता ने बताया कि राजवीर फोन पर कम ही बात किया करता था। जब भी मिलने के लिए कहती तो ड्यूटी पर व्यस्त बताकर मना कर देता था। इसके अलावा, वह ड्यूटी के बारे में जानकारी लेती, तो अपना आई कार्ड युवती को दे देता। वह सिर्फ पुलिस अफसर की वर्दी में मोबाइल पर फोटो भेजा करता था।

ऐसे गहराया शक
पीड़िता के मुताबिक, सगाई के वक्त राजवीर ने ASI की ड्रेस और आई कार्ड परिवार वालों को दिखाया था। कुछ दिनों बाद ही उसने SI की ड्रेस में पीड़िता को फोटो भेजे, जबकि इससे पहले उसने पहले खुद को ASI बताया था। इस पर युवती को शक हुआ। उसने यह बात अपने छोटे भाई से की और राजवीर की जानकारी निकालने के लिए कहा। पीड़िता का भाई चंडीगढ़ IT कंपनी में इंजीनियर था। उसने एसपी ऑफिस जाकर मोबाइल पर ID कार्ड दिखाया और जानकारी मांगी। वहां से पता चला कि इस नाम का कोई सब इंस्पेक्टर जिले में तैनात नहीं है।

आरोपी राजवीर सोलंकी का आईडी कार्ड।

9 मई को होना था शादी
पीड़िता ने बताया कि अगले साल 9 मई 2022 को दोनों की शादी होने वाली थी। परिवार वालों ने गार्डन भी बुक कर लिया है। दहेज का सामान भी खरीद लिया है। गहने भी खरीद लिए हैं।

माता-पिता भी बताते थे बेटे को अफसर
राजवीर ने कुछ दिनों पहले पीड़िता से एक्टिवा भी फाइनेंस करवा ली। यह गाड़ी सिमरोल में पिता को दे दी। इसके बाद पीड़िता ने कई बार उससे नौकरी के बारे पूछना चाहा, लेकिन राजवीर ने टाल दिया। राजवीर के माता-पिता भी सिमरोल गांव में बेटे को पुलिस अफसर बताते थे। राजवीर सहित 2 भाई और दो बहन हैं। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में लिया है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। पुलिस के मुताबिक, राजवीर गांव में खुद को पुलिस अफसर बताकर लोगों को झांसा दिया करता है। असल में, वह कोई काम नहीं करता।

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