इटावा: थप्पड़ कांड में भाजपा जिलाध्यक्ष के बाद SP सिटी भी हटाए गए

इटावा. उत्तर प्रदेश के इटावा (Etawah) जिले में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान बढपुरा में फायरिंग के बीच एसपी सिटी प्रशांत कुमार प्रसाद को मारे गये थप्पड़ की गूंज अभी तक शांत नहीं हुई है. तभी तो एसपी सिटी को हटा दिया गया है. इसी कांड के कारण भाजपा जिलाध्यक्ष अजय घाकरे भी हटाये जा चुके हैं. 15 अगस्त को भाजपा जिलाध्यक्ष को पद से हटाया गया, उसके बाद 24 अगस्त को एसपी सिटी को हटाया गया.

खास बात तो यह है कि 9 अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बाढ़ राहत बांटने के दौरान अजय घाकरे ने बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी की थी. किसी को अजय घाकरे की हटने की उम्मीद कतई नहीं थी. एसपी सिटी को इटावा से हटाकर मुजफ्फरनगर में एसपी क्राइम के पद पर तैनात कर दिया गया है. राजनैतिक तौर पर इस दफा की खासी चर्चा हो रही है कि लोग शासन स्तर पर की गई इस कार्यवाही को लेकर सवाल उठा रहे हैं.

घटना वाले दिन एसपी ने आला अफसरों को घटना की जानकारी देते हुए बताया था कि भाजपा नेता विमल भदौरिया के साथी ने मुझे थप्पड़ मारा और ये लोग लाठी-डंडे, बम, असलहे लेकर आए हैं. इस वीडियो के वायरल होने के बाद पूरे प्रदेश मे भाजपाइयों की भूमिका पर सवाल उठना शुरू हो गये थे. क्योंकि इससे पहले समाजवादी पार्टी लगाताार योगी सरकार के अफसरों पर सवाल उठा रही थी कि पंचायत चुनाव में सत्ता के इशारे पर लूट-पाट, उम्मीदवारों को डराने-घमकाने मे लगे हुए हैं.

इटावा के इस वीडियो ने समाजवादी पार्टी के आरोपों को बल दे दिया. इस वीडियो के सुर्खियों में आने के बाद मामला प्रधानमंत्री तक जा पहुंचा था, जिसमें उन्होंने सीएम योगी से भाजपाइयों की करतूत को लेकर खासी नाराजगी भी जताई थी. वायरल वीडियो मे एसपी सिटी को साफ कहते हुए सुना गया कि भाजपा के लोग पुलिसकर्मियों से मारपीट, पथराव व फायरिंग भी कर रहे हैं. यह मामला मुख्यमंत्री के दरबार तक पहुंचा था.

इसी के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष अजय धाकरे को हटाया जाना और फिर एसपी सिटी का तबादला होना इस प्रकरण से जोड़ कर देखा जा रहा है. पंचायत चुनाव के तहत 10 जुलाई 2021 को ब्लॉक प्रमुख चुनाव का मतदान हुआ था. इस दिन बढ़पुरा ब्लाक में मतदान चल रहा था, तभी भाजपा के कई नेता समर्थकों के साथ ब्लॉक कार्यालय के बाहर एकत्रित हो गए थे.

माहौल बिगड़ता देख एसपी सिटी प्रशांत कुमार प्रसाद ने सहकर्मियों के साथ भीड़ को हटाने का प्रयास किया था. उसी दौरान भाजपा नेता विमल भदौरिया ने एसपी सिटी को थप्पड़ मार दिया था. भीड़ में शामिल लोगों ने पुलिसकर्मियों से मारपीट व फायरिंग भी की. इसकी जानकारी मोबाइल पर एसपी सिटी आला अफसरों को दे रहे थे. इस बातचीत की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.

मामला मुख्यमंत्री के दरबार तक पहुंचा, तो 15 अगस्त को अजय धाकरे को भाजपा जिलाध्यक्ष के पद से हटा दिया गया. अब एसपी सिटी प्रशांत कुमार प्रसाद को मुजफ्फरनगर एसपी अपराध के पद पर तबादला हो गया. उनकी जगह हरदोई में तैनात एसपी सिटी पश्चिम कपिल देव सिंह को एसपी सिटी इटावा बनाया गया है.

पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार प्रसाद ने 11 जनवरी 2021 को एसपी सिटी इटावा के पद पर कार्यभार ग्रहण किया था लेकिन बेहतर कामकाज के बावजूद थप्पड़ कांड ने उनको इटावा से मुजफ्फरनगर भेज दिया.

उधर एसपी सिटी प्रशांत कुमार प्रसाद के तबादले पर सवाल खड़े करते हुए समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष गोपाल यादव का कहना है कि योगी सरकार उपद्रवी भाजपाइयों को बचाने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने मे लगी हुई है. उपद्रवी भाजपाइयों के खिलाफ कार्यवाही अमल मे नहीं लाई जा रही है. यह पूरी तरह से भेदभाव पूर्ण नीति है.

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