पूर्वांचल के एक हजार से ज्यादा सरकारी दफ्तरों की काटी गई बिजली, जानिए वजह

वाराणसी. वाराणसी समेत पूर्वांचल के एक हजार से ज्यादा उन बड़े सरकारी कर्जदारों की बिजली गुल कर दी गई है, जिन पर सालों से बकाया था और वह बजट की बात कहते हुए बिल का भुगतान नहीं कर रहे थे. वाराणसी, प्रयागराज, मिर्ज़ापुर, आजमगढ़ मंडल समेत पूर्वांचल के 21 जिलों में ये विशेष अभियान चलाते हुए पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम ने सरकारी बिजली बकायेदारों की बिजली गुल कर दी है. बकाएदार भी एक दो नहीं बल्कि एक हजार से ज्यादा की संख्या में लिस्ट में शामिल है. जबकि बिजली गुल होते ही पूर्वांचल में हड़कंप मच गया.

तैनाती के फौरन बाद से ही पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के नए एमडी विद्याभूषण एक्शन मोड पर हैं. कमान संभालने के बाद एक ओर जहां बिजली की सप्लाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए लगातार कोशिशें जारी हैं तो दूसरी ओर राजस्व वसूली के लिए भी लगातार छापेमारी हो रही है. इसी के तहत शासन के आदेश पर सरकारी बिजली के बकायेदारों के खिलाफ यह अभियान चलाया गया, जिसमें पूर्वांचल के 21 जिलों के 1000 से ज्यादा सरकारी महकमों की बिजली काट दी गई. इसमें सबसे ज्यादा सरकारी स्कूल शामिल है. वहीं ब्लॉक कार्यालय, सिंचाई विभाग, सीएमओ कार्यालय, पीडब्ल्यूडी और सिंचाई विभाग के कार्यालय  शामिल है.

अभियान से अस्पतालों व पेयजल विभाग को मुक्त रखा

इस अभियान से अस्पतालों व पेयजल विभाग को मुक्त रखा गया ताकि किसी की भी तरह इलाज में और पानी की किल्लत न होने पाए. कनेक्शन कटने के बाद बताया जा रहा है कि वाराणसी के सीएमओ कार्यालय ने भुगतान कर दिया है. वहीं मानसिक अस्पताल ने भी भुगतान कर दिया है. जिसके बाद उनकी बिजली जोड़ दी गयी. पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी विद्याभूषण ने बताया कई सालों से इन महकमों पर करोड़ों रुपए का बकाया था. बार-बार नोटिस भी दी गई लेकिन उसके बाद भी भुगतान जमा नहीं किया गया. जिसके बाद शासन के निर्देश पर अभियान चलाते हुए बिजली के कनेक्शन काटे गए

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